Rajastan News: राजस्थान के भरतपुर की सेवर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी नरेश सिंघल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जेल प्रशासन ने इसे हार्ट अटैक बताया है, जबकि मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।

जेल प्रशासन का बयान

सेवर जेल के अधीक्षक परमजीत सिंह संधू ने बताया कि सुबह नरेश सिंघल की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। जेल के मेडिकल स्टाफ ने तुरंत प्राथमिक इलाज दिया और फिर उसे आरबीएम अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

क्यों उठ रहे हैं सवाल

हालांकि जेल प्रशासन ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है, लेकिन हिरासत में हुई हर मौत की तरह यह मामला भी संदिग्ध माना जा रहा है। CrPC की धारा 176(1A) के तहत, जेल या पुलिस हिरासत में किसी भी व्यक्ति की मौत पर मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक जांच अनिवार्य होती है। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि नरेश सिंघल को समय पर इलाज मिला या नहीं, क्या उन्हें पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या थी, और क्या अस्पताल तक पहुंचाने में देरी हुई। यह भी देखा जाएगा कि क्या वे मानसिक तनाव या किसी विवाद में थे।

पोस्टमार्टम और आगे की कार्रवाई

मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा वीडियोग्राफी के साथ कराया जाएगा। रिपोर्ट में मौत का असली कारण और समय स्पष्ट होगा। अगर हार्ट अटैक की पुष्टि भी होती है, तो भी जांच यह तय करेगी कि यह प्राकृतिक था या किसी लापरवाही या तनाव का परिणाम। परिवार को अपनी शंका न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने रखने का अधिकार मिलेगा।

बता दें कि यह वही नरेश सिंघल है जिसे 2023 के चर्चित संजय बिहारी हत्याकांड में दोषी ठहराया गया था। 28 जनवरी 2023 को नरेश सिंघल, कृष्ण कुमार उर्फ बेबी और बिट्टू ने संजय बिहारी को अपने घर बुलाकर गोली मार दी थी। इलाज के दौरान संजय की मौत हो गई थी। अदालत ने 19 सितंबर 2025 को तीनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

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