Rajasthan News: राज्य सरकार द्वारा प्रदेश को टीबी मुक्त करने के लिए चलाये जा रहे मिशन के बेहतरीन परिणाम आ रहे हैं। इसी कड़ी में अगस्त 2022 से अप्रैल 2023 तक ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए चलाये गये ‘टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान‘ के परिणाम स्वरूप राज्य के 7 जिलों की 29 ग्राम पंचायतों को चिकित्सा विभाग द्वारा टीबी मुक्त घोषित किया गया है।
एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि राज्य द्वारा ग्राम पंचायतों पर फोकस करते हुए टीबी मुक्त घोषित करने की प्रक्रिया में वर्ष भर मिशन मोड में विभिन्न गतिविधियां संचालित की गई। उन्होंने बताया कि जनप्रतिनिधिगणों, शिक्षकों, टीबी उपचारित रोगियों, टीबी चैम्पियन, स्वास्थ्यकर्मियों, आशा सहयोगिनियों व स्वास्थ्य मित्र कार्यकर्ताओं आदि के समूह गठित किये गये। इन समूहों ने सराहनीय कार्य करते हुए व्यापक जनजागरूकता गतिविधियां संचालित करने के साथ ही ग्राम पंचायत के टीबी रोगियों को जांच व उपचार-परामर्श सुविधाएं उपलब्ध करवायी, साथ ही निक्षय पोषण योजना के अतिरिक्त पौष्टिक आहार निक्षय मित्रो ने लाभार्थियों को उपलब्ध करवाये। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता और टीबी कार्मिकों ने बखूबी सहयोग करते हुए सम्पूर्ण पंचायत क्षेत्र की जनसंख्या का वर्ष में दो बार स्क्रीनिंग करते हुए संभावित टीबी लक्षणों वाले लोगों की पहचान करवाने और उन्हें निःशुल्क टीबी उपचार सेवा शुरू करवाने में सराहनीय सहयोग किया।
ये 29 ग्राम पंचायत टीबी मुक्त घोषित
राज्य टीबी अधिकारी डॉक्टर विनोद कुमार गर्ग ने बताया कि ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने की परिकल्पना को साकार करने के उद्धेश्य से प्रदेश की 1440 पंचायतों में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान संचालित किया गया जिनमें से 29 ग्राम पंचायतों ने निर्धारित मानकों पर खरा उतरते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त की गई पंचायतों में अलवर जिले की पहल, कुंडला, दुबी, चुरू जिले की डाधर, साहू, डोकवा, वार्ड नंबर 8, कानूता, गुड़ावाड़ी, वार्ड नंबर 17, जांडवा, कुसुमदेसर, वार्ड नंबर 15, वार्ड नंबर 9 और भैंसाली, हनुमानगढ़ जिले की झंडा वाला सीखा और बेहरवाला पंचायत, जैसलमेर जिले की मांडवा और बादली, झुंझनूं जिले की बुढाना, संजय नगर, वार्ड 13 और चवासरी पंचायत, सीकर जिले की ढाणी गुमान सिंह, मलिकपुर, मावंडा खुर्द और चौनपुरा तथा बूंदी जिले के वार्ड नंबर 7 और वार्ड नंबर 8 शामिल है।
ये थे निर्धारित मापदंड
डॉ. गर्ग ने बताया कि ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने हेतु सहयोगी एजेंसी आई.ए.पी.एस.एम. ने सघन जांच एवं निरीक्षण कार्य हेतु विभिन्न दल गठित किये और इंसिडेंस (रोगी भार) दर 44 प्रति लाख से कम, प्रेवलेंस (रोग प्रसार) दर 65 प्रति लाख से कम, मृत्यु दर 3 प्रति लाख से कम इत्यादि निर्धारित मापदंड़ों के आधार पर ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने की कार्यवाही की गयी है।
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