Rajasthan News: राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं परीक्षा की कॉपियों की जांच में भारी लापरवाही सामने आई है। किराने की दुकान पर बैठकर कॉपियां जांचने का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। इनमें दो शिक्षक नागौर जिले के डीडवाना-कुचामन और मकराना क्षेत्र के हैं, जबकि दो अन्य शिक्षक अलवर जिले से हैं।

किराने की दुकान पर कॉपी जांचने का वीडियो बना सबूत

वायरल वीडियो में एक व्यक्ति किराने की दुकान पर बैठे-बैठे संस्कृत विषय की कॉपियां जांचता दिखाई दे रहा है। इस दौरान दुकान पर ग्राहक भी आते-जाते नजर आते हैं। जांच में सामने आया कि कॉपियां जांचने का जिम्मा जिस शिक्षक को दिया गया था, उसने ये काम अपने पिता को सौंप दिया, जो दुकान चलाते हैं। यह गंभीर लापरवाही मानी गई।

दो शिक्षक अलवर से निलंबित

अलवर के राजकीय माध्यमिक विद्यालय, रेलवे स्टेशन के गणित विषय के परीक्षक ओमप्रकाश सैनी पर आरोप है कि उन्होंने कॉपियां गोपनीयता के साथ जांचने के बजाय उन्हें इंटर्न छात्रों के सामने खुला छोड़ दिया। बाद में इसी विद्यालय की शिक्षिका मीनाक्षी अरोड़ा ने इन कॉपियों की तस्वीरें खींचकर मीडिया को भेज दीं। दोनों को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है। साथ ही ओमप्रकाश सैनी को तीन वर्षों के लिए परीक्षक कार्य से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

नागौर जिले में भी लापरवाही

डीडवाना-कुचामन के भंवरूद्दीन, जो संस्कृत विषय की कॉपियां जांच रहे थे, ने गोपनीयता का पालन न करते हुए मकराना के शिक्षक प्रदीप शर्मा की मदद ली। दोनों ने साथ मिलकर कॉपियों की जांच की, जो कि नियमों का उल्लंघन है। इस पर दोनों को निलंबित कर दिया गया है। भंवरूद्दीन को भी तीन साल के लिए परीक्षक कार्य से प्रतिबंधित कर दिया गया है, साथ ही उनका पारिश्रमिक जब्त कर लिया गया है।

शिक्षा विभाग ने दिखाई सख्ती

शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय की ओर से इन सभी मामलों में अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। विभाग का कहना है कि बोर्ड परीक्षाओं में पारदर्शिता और गोपनीयता सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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