Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति को उजागर करने वाली ये तस्वीरें शिक्षा मंत्री को दिखानी चाहिए, जो अपने विवादित बयानों के लिए अधिक चर्चा में रहते हैं। मामला मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर के भुसावर तहसील का है, जहां महात्मा गांधी सरकारी विद्यालय निठार में छोटे-छोटे मासूम बच्चों की पीठ पर बैग के बजाय पोषाहार की भारी बोरियाँ लाद दी जा रही हैं।
जब बच्चों ने अपने माता-पिता से इस समस्या की शिकायत की, तो माता-पिता ने स्कूल प्रशासन से संपर्क किया। लेकिन स्कूल प्रशासन ने इस शिकायत को नजरअंदाज कर दिया और बच्चों से बाल श्रम जारी रखा। इस संबंध में माता-पिता ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। माता-पिता राकेश कुमार मीणा ने आरोप लगाया कि स्कूल की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लक्ष्मी देवी उनकी बेटी से बाल श्रम करवाती हैं। शिकायत करने पर लक्ष्मी देवी का बेटा उन्हें धमकाता है। नतीजा यह है कि बच्चे स्कूल में काम करवाने से इतने डर गए हैं कि अब वे स्कूल जाने में भी हिचकिचा रहे हैं।
वहीं, जब स्कूल के अध्यापक ललित शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि कभी-कभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की अनुपस्थिति में बच्चों से छोटे-मोटे काम में मदद ली जाती है। यह कोई विशेष बात नहीं है। दूसरी ओर, स्कूल के प्रिंसिपल मोहनदत्त मीणा ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है और यदि ऐसा कुछ हुआ है, तो वह इसकी जांच करवाएंगे।
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