Rajasthan News: छठी कक्षा की छात्रा का शव बबूल के पेड़ पर लटका मिला, 23 अप्रैल से थी लापता राजस्थान के डूंगरपुर जिले के दोवडा थाना क्षेत्र में फलोज की पहाड़ियों पर 12 वर्षीय छात्रा डिम्पल का शव बबूल के पेड़ पर दुपट्टे से लटका हुआ मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। डिम्पल, जो मसानिया गांव की निवासी थी और छठी कक्षा में पढ़ती थी, 23 अप्रैल से लापता थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

23 अप्रैल को घर से बिना बताए निकली थी डिम्पल
दोवडा थाना पुलिस के अनुसार, खजुरिया निवासी प्रकाश भगोरा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी 12 वर्षीय बेटी डिम्पल अपने मामा के घर मसानिया में रहती थी और छठी कक्षा में पढ़ रही थी। 23 अप्रैल को डिम्पल बिना किसी को बताए घर से निकल गई थी और वापस नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद 24 अप्रैल को परिजनों ने दोवडा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पेड़ पर लटका मिला शव, पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस को सोमवार को फलोज की पहाड़ी पर एक बालिका का शव पेड़ से लटके होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि शव बबूल के पेड़ पर दुपट्टे से लटका हुआ था। शिनाख्त के बाद बालिका की पहचान डिम्पल के रूप में हुई। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि डिम्पल की मौत की वजह क्या थी और वह घर से निकलने के बाद कहां थी। इलाके में इस घटना को लेकर दहशत का माहौल है, और परिजनों ने जल्द से जल्द मामले की गहन जांच की मांग की है।
पढ़ें ये खबरें
- ‘जन जन की सरकार-जन जन के द्वार’ : घर-घर तक पहुंचेगी केंद्र और राज्य की योजनाएं, 45 दिनों तक चलेगा विशेष अभियान
- चाकू की नोक पर लूट, पाइप से चूसा डीजल: शहडोल हाईवे पर सक्रिय गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, 10 किलोमीटर पीछा कर जंगल में की घेराबंदी
- CG News : युवती को प्रेग्नेंट करो और मुंह मांगी रकम ले जाओ…ठगों के जाल में फंसकर युवक ने कर ली आत्महत्या, पढ़िए पूरी कहानी…
- मिनिस्टर, MLA को जवाब देने ऊर्जा विभाग ने भेज दिया मैकेनिक, मंत्री विजय शाह ने कहा- मजाक बना रखा है, तुम जाओ… मेरे मुंह से अपशब्द निकल जाएगा
- छत्तीसगढ़ में खुला मध्य भारत का पहला क्लीनिकल फॉरेंसिक लैब : स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने किया शुभारंभ, कहा – फॉरेंसिक जांच के लिए अब दिल्ली, मुंबई पर नहीं रहना पड़ेगा निर्भर


