Rajasthan News: प्रदेश में भाषा एवं पुस्तकालय विभाग के तहत संचालित राज्य, मंडल और जिला स्तर पर संचालित राजकीय सार्वजनिक पुस्तकालयों में ‘यूथ को जोड़ो‘ अभियान का संचालन किया जाएगा। इसके लिए सम्बंधित पुस्तकालयाध्यक्ष उनकी लाईब्रेरी की विशेषताओं पर आधारित  ‘ब्रोशर‘ तैयार करेंगे, फिर आगामी जुलाई-अगस्त माह में अपने क्षेत्र में स्थित 25 से 30 संस्थानों में जाकर विशेष  ‘कैम्पेनिंग‘ करेंगे।

स्कूल शिक्षा तथा भाषा एवं पुस्तकालय विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने शुक्रवार को शिक्षा संकुल में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों के इस अभियान के बारे में निर्देश दिए। इसमें सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्यों की भी भागीदारी होगी।

शासन सचिव ने कहा कि लाईब्रेरी से नए रीडर्स को जोड़ने के लिए सभी स्तरों पर नियमित प्रयास हो और पाठकों को पुस्तकालयों में आज के समय की जरूरतों के अनुरूप संदर्भ सामग्री एवं पाठय पुस्तकें उपलब्ध कराने पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि राजकीय पुस्तकालय और वाचनालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नियमित तौर पर आने वाले युवा और विद्यार्थियों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखते हुए सामान्य ज्ञान से सम्बंधित सामग्री को नियमित तौर पर अपडेट किया जाए।

शासन सचिव ने बैठक में जिला एवं ब्लॉक स्तर पर सावित्रीबाई फुले वाचनालय स्थापित करने की बजट घोषणाओं की प्रगति का फीडबैक लेते हुए विभाग की अन्य योजनाओं, कार्यक्रमों और गतिविधियों के बारे में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए पुस्तकालयाध्यक्षों के साथ विस्तार से चर्चा करते हुए उन्हें राजकीय पुस्तकालयों के संवर्द्धन में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मंडल, जिला और पंचायत समिति स्तर पर कार्यरत सभी पुस्तकालयों में पुस्तकों का सॉफ्टवेयर आधारित डेटा बैंक तैयार करने, स्टूडेंट्स को तैयारी के लिए कम्प्यूटर और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने और सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए शेष बची ‘लाईब्रेरीज‘ में शीघ्रता से इन सुविधाओं को मौके पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला या ब्लॉक स्तर से पुस्तकालयों के विकास के सम्बंध में जो प्रस्ताव प्राप्त होते है, उनका समयबद्ध निस्तारण किया जाए। साथ ही निदेशालय के अधिकारी तथा राज्य एवं मंडल स्तर की लाईब्रेरीज के पुस्तकालयाध्यक्ष अपने अधीन आने वाले पुस्तकालयों में समय-समय पर विजिट कर वहां की व्यवस्थाओं में निखार लाने के लिए मॉनिटरिंग करें। बैठक में पुस्तकालयों को इंफोर्मेशन हब के रूप में विकसित करने, वहां मानव संसाधनों के विकास, संगोष्ठियों के नियमित आयोजन और स्थानीय स्तर पर नवाचार आधारित पहल से सभी राजकीय सार्वजनिक पुस्तकालयों को जनोपयोगी बनाने के लिए कई सुझाव भी सामने आए, शासन सचिव ने अधिकारियों को इन पर कार्य करने के निर्देश दिए।

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