Rajasthan News: राजस्थान कांग्रेस में संगठन बदलाव के लिहाज से यह सप्ताह काफी अहम माना जा रहा है. पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा के अगले एक साल कार्यकाल पर फैसले सहित प्रदेश संगठन में कई अहम पदों पर नियुक्तियों को लेकर फैसले लिए जा सकते हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस महासचिव, प्रभारी और पीसीसी अध्यक्षों के साथ बैठक प्रस्तावित है. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा भी इस बैठक में शामिल होने के लिए मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगे. बैठक में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट भी मौजूद रहेंगे. इस बैठक में 15 अगस्त के बाद राजस्थान संगठन के आगामी कार्यकाल और प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर के कई पदों पर बदलाव को लेकर भी निर्णय हो सकता है.

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अध्यक्ष पद के लिए भी अहम रहेगी बैठक

डोटासरा का यह दिल्ली दौरा सियासी गलियारों में चर्चा का विषय है. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में डोटासरा के कार्यकाल बढ़ाने पर भी निर्णय हो सकता है. हालांकि डोटासरा ने पीसीसी चीफ बनने के बाद विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अच्छी परफॉर्मेंस दिखाई है, लेकिन विधानसभा उपचुनाव के चलते पार्टी वर्तमान फीडबैक के अनुसार भाजपा की रणनीति देखते हुए संगठन में कुछ बदलाव भी करना चाहती है. अध्यक्ष पद पर भले ही फैसला कुछ भी तय हो, लेकिन संगठन में प्रदेश स्तर के कई बड़े पदों सहित करीब एक दर्जन जिलों के अध्यक्ष भी तय किए जा सकते हैं. यह कार्य 15 अगस्त के बाद शुरू होने की चर्चाएं हैं.

गुटबाजी रोकने के लिए उठाए जा सकते हैं कदम

कांग्रेस ने 2014 में सचिन पायलट को अध्यक्ष बनाया और उनके कार्यकाल को फिर से बढ़ाया. पायलट को 2020 में मुख्यमंत्री पद को लेकर हुई बगावत के बाद पीसीसी चीफ और डिप्टी सीएम पद से हटा दिया गया. आरोप लगे कि पायलट ने संगठन में अपना एक गुट तैयार कर लिया है और पायलट की सीएम पद को लेकर अपेक्षाएं बढ़ने से कांग्रेस के भीतर संघर्ष बढ़ गया है. पायलट के बाद डोटासरा को अध्यक्ष बनाया गया और डोटासरा ने भी अच्छी परफॉर्मेंस दिखाई. अब पार्टी के पास डोटासरा के गुटबाजी करने या मुख्यमंत्री बनने की अपेक्षाओं के बढ़ने की सूचनाएं कुछ माध्यमों से पहुंची है. सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद अध्यक्ष पद पर बदलाव का निर्णय लिया जाएगा.

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