Rajasthan News: प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों में स्वीकृत आकस्मिक कार्यों में से 98 फीसदी कार्य पूरे हो चुके हैं। जिला कलेक्टर्स की अनुशंसा से सभी 33 जिलों में 16 करोड़ 40 लाख रूपए के कुल 320 कार्य स्वीकृत हुए थे जिनमें से 313 कार्य पूर्ण हो चुके हैं।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी ने प्रत्येक जिले के लिए स्वीकृत धनराशि का उपयोग विभागीय नियमों और प्रावधानों का पालन करते हुए अधिकतम उपभोक्ताओं को लाभांवित करने के उद्देश्य से करने के निर्देश मार्च माह में जारी किए थे। साथ ही, अधिकारियों को स्वीकृत कार्यों को निश्चित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश भी दिए थे ताकि गर्मी के मौसम में प्रभावित उपभोक्ताओं को राहत प्रदान की जा सके।

जुलाई के दूसरे सप्ताह तक जलदाय विभाग द्वारा प्रदेश के 51 शहरों-कस्बों में 3943 टेंकर ट्रिप प्रतिदिन जबकि 24 जिलों के 8818 गांव-ढाणियों में 5514 टेंकर ट्रिप प्रतिदिन पेयजल परिवहन किया जा रहा है। पिछले साल अप्रेल से अगस्त तक 76 शहरी क्षेत्रों तथा 5292 गांवों एवं 5998 ढाणियों में टेंकरों के माध्यम से पेयजल परिवहन किया गया था। जल्दी बारिश होने के कारण पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष टेंकरों से पेयजल परिवहन की आवश्यकता कम रही है। जिलों में पेयजल व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए चीफ इंजीनियर एवं एडिशनल चीफ इंजीनियर स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी बनाया गया।

शहरी क्षेत्र में पुरानी अथवा जीर्ण-शीर्ण पाइप लाइन बदलने के लिए 1553 किमी नई पाईप लाइन स्वीकृत की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी अथवा क्षतिग्रस्त लाइन बदलने के लिए 2216 किमी नई पाईप लाइन स्वीकृत की गई है। प्रदेश में 10 हजार 789 भूतल जलाशय, 1891 स्वच्छ जलाशयों तथा 3510 उच्च जलाशयों की सफाई विभागीय मापदण्डों के अनुसार की गई है।

गर्मी के सीजन में पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग के लिए विभाग द्वारा मई से अगस्त माह तक हैण्डपंप मरम्मत एवं संधारण कार्यों के लिए 560 वाहन किराए पर लिए गए। हैंडपम्प मरम्मत अभियान तथा जलापूर्ति से सम्बंधित कार्यों के लिए विभाग में 01 मई 2023 से 31 अगस्त 2023 तक के लिए 2 हजार 500 संविदा श्रमिक रखे गए हैं।

वर्ष 2023-24 में आवेदित 741 कनेक्शन सहित कुल 904 विद्युत कनेक्शनों के लिए आवेदन किया गया था जिनमें से 699 विद्युत कनेक्शन जारी हुए हैं। कुल लम्बित 205 विद्युत कनेक्शन में से सर्वाधिक पेंडेंसी जोधपुर (37), बाड़मेर (25), पाली (22), जैसलमेर (22) एवं अलवर (21) में है।

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