Rajasthan News: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार पर जीएसटी में छूट के दावे को लेकर तीखा हमला किया। जूली ने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री, मंत्री और नेता पिछले एक माह से राज्य में जीएसटी सुधार के बड़े फायदे का माहौल बना रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस और हालिया संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि जीएसटी में राहत की घोषणा की जा रही है, लेकिन यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस कर प्रणाली को शुरू किसने किया था।

जूली ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पिछले आठ साल में गरीबों से जीएसटी के जरिए लाखों करोड़ रुपए नाजायज तरीके से वसूले। अब दरें घटाकर वाहवाही लूटने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना था कि अगर भाजपा सरकार पहले ही तर्कसंगत स्लैब पर ध्यान देती, तो लोगों की हजारों करोड़ रुपए की बचत हो सकती थी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जीएसटी घटने का लाभ जनता को सीधे तौर पर नहीं मिलेगा। सरकारी संस्थाओं ने दरें घटाई, लेकिन प्राइवेट संस्थाओं ने अपने उत्पादों पर कोई कमी नहीं की। इसका फायदा प्राइवेट कंपनियों को होगा और आमजन को नुकसान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी कानून अब तक लगभग एक हजार बार संशोधित हो चुका है।

जूली ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को चौपट बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री के गृह जिले और खाटूश्यामजी में पुलिस पर हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। जूली ने आरोप लगाया कि पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में जकड़ा हुआ है और माफिया हावी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर उड़नखटोला सरकार होने का तंज भी कसा, उनका कहना था कि हेलीकॉप्टर लेकर घूमना उनका प्रमुख काम बन गया है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में हर वर्ग पर अत्याचार बढ़ रहे हैं और प्रशासन भू माफिया को संरक्षण दे रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अलग से गृहमंत्री नियुक्त करने की मांग की और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव पर भी तंज कसा कि उनका काम केवल प्रधानमंत्री और खुद को चमकाना है।

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