Rajasthan News: राजस्थान में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हालात इतने बिगड़े कि कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, बांधों के गेट खोलने पड़े हैं और गांव-कस्बों में पानी घुस गया है। जगह-जगह मकान ढहने, सड़कें टूटने और वाहन बह जाने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। किसानों की फसलें चौपट हो चुकी हैं और कई जगह जनहानि भी हुई है।

सरकार अलर्ट मोड पर
भारी बारिश और आपदा जैसी स्थिति को देखते हुए सरकार ने सभी जिलों में प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है। प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री और सचिव पिछले तीन दिनों से लगातार फील्ड में डटे हुए हैं। वे हालात का जायजा लेने के बाद आज देर रात तक जयपुर लौटेंगे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पूरी रिपोर्ट सौंपेंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार शाम साढ़े पांच बजे सभी प्रभारी मंत्रियों, सचिवों और अधिकारियों की हाई लेवल बैठक बुलाई है। इसमें प्रदेशभर की ताजा स्थिति की समीक्षा होगी और राहत-बचाव कार्यों को और तेज करने के निर्देश दिए जाएंगे।
फसलों और जनहानि की भरपाई का ऐलान
सरकार ने साफ किया है कि इस आपदा में किसानों को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। फसल खराबे का पूरा आकलन कर मुआवजा दिया जाएगा। जनहानि और संपत्ति को हुए नुकसान की भी भरपाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी और राहत राशि तुरंत जारी की जाएगी।
जिलेवार हालात
भीलवाड़ा:
उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा रविवार को भीलवाड़ा पहुंचे। उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक की और कहा कि भारी बारिश से हुए नुकसान का पूरा आंकलन किया जाएगा। किसानों की फसलों और लोगों को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। साथ ही, सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की गई।
दौसा:
कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ दौसा जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने साफ कहा कि क्षेत्र में बाजरे की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है और इसका पूरा मुआवजा किसानों को मिलेगा। मंत्री ने जिला कलेक्टर को हालात की रिपोर्ट तैयार करने और तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
सीकर:
प्रभारी मंत्री संजय शर्मा ने सीकर जिले के कई गांवों माच्छा वाली ढाणी (कोटड़ी धायलान), भवानीपुरा, धीरजपुरा, दांतारामगढ़ क्षेत्र का सुजावास और धोद क्षेत्र के भुवाला का दौरा किया। उन्होंने किसानों के खेतों में खड़ी बाजरे, मूंग और मोठ की फसल का नुकसान देखा। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत सामग्री पहुंचाई जाए और बचाव कार्यों में तेजी लाई जाए।
तय होगी आगे की रणनीति
सरकार ने संकेत दिए हैं कि हाई लेवल बैठक के बाद पूरे प्रदेश में विशेष राहत पैकेज और मुआवजे की घोषणा की जा सकती है। किसानों के लिए अलग से सहायता राशि तय होगी, वहीं जिन इलाकों में मकान गिरे हैं या जनहानि हुई है, वहां आपदा प्रबंधन को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं।
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