Rajasthan News: अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा से कोटा संभाग के निर्यातकों, व्यापारियों और उत्पादकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। इससे कोटा स्टोन, सैंड स्टोन, कृषि उत्पाद, डी-ऑयल्ड केक (डीओसी), डेयरी उत्पाद और केमिकल जैसे प्रमुख निर्यातों की अमेरिकी बाजार में मांग घटने की आशंका है, जो स्थानीय उद्योगों पर सीधा असर डालेगा।

निर्यातक इस ट्रेड वार से परेशान हैं और वर्तमान में निर्यात गतिविधियों से पीछे हट रहे हैं, जिसका असर आने वाले दिनों में साफ दिखेगा। कोटा स्टोन, जो अपनी टिकाऊपन और सौंदर्य के लिए विश्वविख्यात है, का अमेरिका में सालाना लगभग 100 करोड़ रुपये का निर्यात होता है। टैरिफ बढ़ने से इन उत्पादों की लागत बढ़ जाएगी, जिससे अमेरिकी खरीदार अन्य देशों की ओर मुड़ सकते हैं, जिससे कोटा स्टोन इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान हो सकता है। इसी तरह, सैंड स्टोन का भी 100 करोड़ रुपये का निर्यात प्रभावित होगा।
कृषि क्षेत्र में कोटा, बारां और झालावाड़ जिले, जो देश में सबसे अधिक धनिया उत्पादन के लिए जाने जाते हैं, भी चिंता में हैं। यहां का धनिया अमेरिका सहित कई देशों को निर्यात होता है, लेकिन नए टैरिफ से अमेरिकी व्यापारी अन्य स्रोतों की ओर देख सकते हैं। इसके अलावा, सोया प्लांटों से सालाना 50 करोड़ रुपये की डीओसी और 100 करोड़ रुपये के अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात पर भी असर पड़ने की आशंका है।
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