Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर में दरगाह क्षेत्र में 12 साल से अवैध रूप से रह रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में 31 वर्षीय मोहम्मद आलमगीर (अंबागान, जिला पवन, बांग्लादेश) और 55 वर्षीय शाहीन (पुत्र अब्दुल मुजीद खान, ढाका, बांग्लादेश) शामिल हैं। दोनों ने चोरी-छुपे भारत की सीमा पार कर अनधिकृत रूप से प्रवेश किया था और बिना किसी वैध दस्तावेज के अजमेर में रह रहे थे।

हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों नागरिक इतने सालों तक पुलिस और खुफिया विभाग की नजरों से बचते रहे। उनकी पहचान और गतिविधियों की जानकारी हाल ही में सामने आई, जिसके बाद दरगाह थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया।

अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में दरगाह थाना प्रभारी दिनेश कुमार जीवनानी के नेतृत्व में इस अभियान को अंजाम दिया गया। दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

क्या आपराधिक संगठनों से था कोई संबंध?

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि दोनों आरोपी अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर लंबे समय से अजमेर में रह रहे थे। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं उनका संबंध किसी आपराधिक संगठन या अन्य अवैध गतिविधियों से तो नहीं है। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वे दरगाह क्षेत्र में खानाबदोश की तरह रह रहे थे और अपनी पहचान छिपाकर यहां जीवन यापन कर रहे थे।

संदिग्धों की तलाश जारी

इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि अजमेर में और कितने विदेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं। इसके अलावा, इस मामले में किसी स्थानीय व्यक्ति की संलिप्तता की भी पड़ताल की जा रही है, जिसने इन्हें शरण या सहायता दी हो।

होटल और गेस्ट हाउस संचालकों से अपील

एसपी वंदिता राणा ने आम नागरिकों, होटल और गेस्ट हाउस संचालकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दरगाह क्षेत्र में इस मामले के सामने आने के बाद सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है और अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश जारी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

पढ़ें ये खबरें