Rajasthan News: झालावाड़ के मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव में शुक्रवार को स्कूल की जर्जर बिल्डिंग गिरने से हुए हादसे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शनिवार को जिला अस्पताल पहुंचीं। उनके साथ झालावाड़-बारां से सांसद और बेटे दुष्यंत सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने घायल बच्चों से मुलाकात की, उनके परिजनों से बात की और प्रशासन को हरसंभव मदद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

घटनास्थल पर पहुंचकर राजे भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा, यह हादसा सिर्फ गांव या जिले का नहीं है यह पूरे प्रदेश का दुख है। हमारे परिवार के सात मासूम स्कूली बच्चों को भगवान ने हमसे छीन लिया। 28 बच्चे घायल हुए हैं। यह पीड़ा शब्दों से परे है।
हादसे की जानकारी मिलते ही दिल्ली से झालावाड़ पहुंचीं
राजे ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस दुर्घटना की जानकारी मिली, वे तुरंत दिल्ली से झालावाड़ रवाना हो गईं। अस्पताल पहुंचकर उन्होंने डॉक्टरों से इलाज की स्थिति की जानकारी ली और परिजनों को भरोसा दिलाया कि सरकार और प्रशासन हरसंभव साथ में हैं।
स्कूल भवनों की हालत पर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग से मांग की कि पूरे राज्य में सरकारी स्कूलों की इमारतों का तत्काल सर्वे करवाया जाए। उन्होंने साफ कहा कि जिन स्कूलों की हालत खराब है, उन्हें तुरंत खाली करवाया जाए और बच्चों को सुरक्षित भवनों में शिफ्ट किया जाए। खतरनाक ढांचों को गिराकर नए भवनों का निर्माण जरूरी है।
राजे ने ये भी जोड़ा अगर समय रहते स्कूलों की हालत को चिन्हित कर लिया जाता, तो शायद ये हादसा टल सकता था।
राजनीति से परे, पीड़ितों के साथ खड़े रहने की अपील
राजे ने साफ कहा कि यह समय राजनीति का नहीं, पीड़ितों की मदद का है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हों। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि ग्रामीणों और परिजनों की जो भी मांगें होंगी, उन्हें सरकार तक पहुंचाया जाएगा और जरूरी फैसले लिए जाएंगे।
पढ़ें ये खबरें
- जिला अस्पताल के गेट पर शर्मनाक तस्वीरः सड़क हादसे में घायल की पत्नी से एंबुलेंस धुलवाने का वीडियो वायरल
- संपत्ति विवाद में हाई कोर्ट का बड़ा फैसला: 4 सप्ताह में बकाया किराया जमा नहीं कराया तो बेदखली
- बीजेडी में टूट जारी, अमर सतपथी–प्रभात त्रिपाठी की दिल्ली यात्रा पर सियासी हलचल तेज
- Jhabua News: मेघनगर गोकशी कांड के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर, अवैध रूप से मांस बेच रहे लोगों पर कार्रवाई, अतिक्रमण कर अवैध निर्माण हटाए
- मध्यप्रदेश को मिल्क कैपिटल बनाने की तैयारी, कामधेनु योजना से बदलेगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था


