Rajasthan News: कोटा में आयोजित ट्रिपल आईटी के दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देश में बढ़ते कोचिंग कल्चर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने साफ कहा कि कोचिंग सेंटर अब पोचिंग सेंटर बन चुके हैं। ये न सिर्फ राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के खिलाफ हैं, बल्कि बच्चों को मानसिक रूप से भी प्रभावित कर रहे हैं।

धनखड़ ने कहा कि कोचिंग संस्थान बच्चों को एक ही पैटर्न में ढाल रहे हैं, जिससे उनकी मौलिकता खत्म हो रही है, हम उन्हें रोबोट बना रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने सुझाव दिया कि कोचिंग सेंटर्स को स्किल डेवलपमेंट हब की तरह विकसित किया जाना चाहिए, जहां छात्र परीक्षा पास करने की तैयारी के साथ-साथ व्यवहारिक जीवन और रोजगार से जुड़ी स्किल्स भी सीखें।

दीक्षांत समारोह में उन्होंने डिग्री के मायने पर भी बात की। सिर्फ डिग्री हासिल करना काफी नहीं है, उन्होंने कहा। ऐसा काम कीजिए जिससे दूसरों को भी रोजगार मिले। उन्होंने उन भारतीयों का ज़िक्र किया जिन्होंने अपनी मेहनत से न सिर्फ खुद को स्थापित किया, बल्कि हज़ारों-लाखों लोगों को रोजगार भी दिया। धनखड़ ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की भी सराहना की, जिनकी वजह से कोटा को देश और विदेश में नई पहचान मिली है।

राज्यपाल और मंत्री भी हुए शामिल

समारोह में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने भी छात्रों को प्रेरित किया और देश के निर्माण में उनकी भागीदारी की अपील की। उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस मौके पर मंत्री मदन दिलावर, विधायक हीरालाल नागर, संदीप शर्मा और कल्पना देवी भी मौजूद रहे। समारोह में दो गोल्ड मेडल सहित कुल 189 डिग्रियां वितरित की गईं।

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