Rajasthan News: जिले के संगरिया क्षेत्र में रविवार को उस समय तनाव का माहौल बन गया जब एक मजदूर की मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया और डीएसपी करण सिंह के बीच थाने के सामने तीखी नोकझोंक हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुंचने की नौबत आ गई, हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।

मजदूर की मौत से मचा हड़कंप

घटना संगरिया क्षेत्र के रतनपुरा कैंचियां गांव की है, जहां एक फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर अजय की 25-30 फीट ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई। गंभीर हालत में उसे पहले संगरिया के निजी अस्पताल और फिर हनुमानगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी जान चली गई।

धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक

मृतक अजय के परिजनों के समर्थन में कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस पर फैक्ट्री संचालकों से मिलीभगत और लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाना अधिकारी के निलंबन, पीड़ित परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की।

DSP और विधायक के बीच गरमागर्म बहस

धरने के दौरान डीएसपी करण सिंह मौके पर पहुंचे और विधायक से बातचीत की कोशिश की। इस दौरान दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। विधायक ने डीएसपी से सवाल किया, “कौन हो तुम?” इस पर डीएसपी ने जवाब दिया, “मैं डिप्टी एसपी हूं, सर्किल ऑफिसर हूं।” विधायक ने पलटकर कहा, “तो क्या करें?” इसके बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ गया, जिसे वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह शांत कराया।

सरकारी नौकरी और जांच के आश्वासन पर समझौता

कई दौर की वार्ता के बाद प्रशासन और मृतक के परिजनों के बीच समझौता हुआ। प्रशासन की ओर से 12 लाख 50 हजार रुपये मुआवजा, मृतक की बहन को संविदा पर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी और थाना अधिकारी के खिलाफ जांच का आश्वासन दिया गया। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया।

ठेकेदार पर गंभीर आरोप

मृतक अजय के पिता जोगेंद्र सिंह ने ठेकेदार बलजीत सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे को बिना सुरक्षा उपकरणों के ऊंचे शेड पर काम करने के लिए मजबूर किया गया था। अजय के मना करने पर भी उसे धमकाकर ऊपर भेजा गया, जहां से शेड टूटने के कारण वह गिर गया और उसकी मौत हो गई।

पढ़ें ये खबरें