
जयपुर। राजस्थान के सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापामार कार्रवाई जारी है. फर्टिलाइजर घोटाले के मामले में ईडी ने कई जगहों पर कार्रवाई की है. ईडी की छापेमारी सीएम गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के यहां भी जारी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत का फर्टिलाइजर का कारोबार है और जोधपुर में इससे जुड़ी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान हैं.
बताया जा रहा है कि साल 1980 से पहले की उनकी दुकान है. ‘अनुपम कृषि’ नाम से इसी प्रतिष्ठान से वो फर्टिलाइजर से जुड़ा काम करते हैं. प्रवर्तन निदेशालय की इस छापे में उनकी दुकानों और घर समेत अन्य ठिकानों पर भी कार्रवाई की जा रही है.
इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब बीजेपी जनता की ओर चुनी हुई सरकार को गिराने में असफल हो जाती है तो ईडी और सीबीआई के छापे शुरू हो जाते हैं. इससे पहले ईडी की जयपुर और कोटा में हाल ही हुई कार्रवाइयों को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने सियासी षड़यंत्र के तहत केंद्र सरकार पर दबाव की राजनीति का आरोप लगाया था.
भाजपा ने लगाया था आरोप
भाजपा ने आरोप लगाया था कि राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई की कंपनी ने कथित रूप से सब्सिडी वाले उर्वरक का निर्यात किया, जो घरेलू उपभोग के लिए था. बीजेपी ने कहा था कि अग्रसेन गहलोत की कंपनी ने देश के किसानों के लिए आयात किए जाने वाले उर्वरक, पोटाश के मूरेट का निर्यात किया था.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि यह सब्सिडी की चोरी का एक स्पष्ट मामला है. यह सब 2007 से 2009 के बीच हुआ, जब कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए केंद्र में सत्ता में थी. उस समय अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री थे. जिस तरह सस्ती दर पर उर्वरक का निर्यात किया गया था, संदेह उठाता है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला हो सकता है.