Rajasthan Politics: राजस्थान में फोन टैपिंग विवाद एक नया मोड़ ले चुका है। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने गुरुवार को दावा किया कि कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने खुद स्वीकार किया है कि उनका फोन टैप नहीं हुआ। बेढम ने कहा, जब खुद मीणा ने इस मुद्दे पर सफाई दे दी है, तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को विधानसभा में इस पर जवाब देने की कोई जरूरत नहीं।

फोन टैपिंग कांग्रेस की संस्कृति – मंत्री बेढम

बेढम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसी विधायक या मंत्री का फोन टैप नहीं कराती। उन्होंने कहा, “यह कांग्रेस की परंपरा रही है। विधानसभा में मुख्यमंत्री शर्मा ने जोरदार जवाब दिया, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत असहज हो गए हैं और अब आधारहीन बयान दे रहे हैं।”

गहलोत ने उठाए सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीणा के आरोपों पर भाजपा सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा कि यदि बिना अनुमति के फोन टैप किया गया, तो यह आपराधिक कृत्य है। वहीं, यदि ऐसा नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री को विधानसभा में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

मीणा के बयान से बढ़ा विवाद

किरोड़ी लाल मीणा ने 6 फरवरी को एक जनसभा में कहा था कि सरकार उनके आंदोलन से जुड़े मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने दावा किया था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए उनके कदमों पर कार्रवाई नहीं हो रही, बल्कि उनके खिलाफ निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी गतिविधियों पर सीआईडी की नजर है और उनका टेलीफोन रिकॉर्ड किया जा रहा है।

भाजपा ने मांगा जवाब

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। तीन दिन में जवाब देने के निर्देश के तहत मीणा ने दो दिन में ही ईमेल के जरिए विस्तृत जवाब भेज दिया। उन्होंने इसे पार्टी का अंदरूनी मामला बताते हुए सार्वजनिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

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