Rajasthan Politics: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी राजस्थान दौरे पर रहे। जयपुर के मानसरोवर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय भवन की आधारशिला रखने और शिलान्यास की पट्टिका का अनावरण करने के बाद खरगे और राहुल गांधी ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया।

जयपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरक्षण के मुद्दे पर कहा, कि ‘पहले महिला आरक्षण की बात नहीं थी। पहले हिंदुस्तान के नाम को बदलने की बात थी। लेकिन उन्हें पता लग गया कि जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। वे घबरा गए क्योंकि विशेष सत्र की घोषणा पहले ही हो चुकी थी। इसलिए वे महिला आरक्षण बिल लेकर आए।’

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘महिला आरक्षण का हमने पूरा समर्थन किया है। भाजपा कह रही है कि महिला आरक्षण लागू करने से पहले नई जनगणना और परिसीमन की जरूरत है। लेकिन यह सच नहीं है। विधानसभा और लोकसभा की 33% सीटें महिलाओं को आज दी जा सकती हैं, लेकिन भाजपा महिला आरक्षण को 10 साल में लागू करना चाहती है। हम चाहते हैं कि इसे लागू किया जाए और ओबीसी महिलाओं को इसका लाभ मिले।

उन्होंने आगे कहा कि ‘राजीव गांधी पंचायतीराज में महिला आरक्षण लाए थे, कांग्रेस और सभी पार्टियों ने महिला आरक्षण का समर्थन किया है, लेकिन महिला आरक्षण बिल को लेकर हमारे कुछ सवाल है। इसमें ओबीसी महिला आरक्षण का जिक्र क्यों नहीं है? आज हिंदुस्तान की सरकार को सांसद नहीं 90 लोग चलाते हैं, हिंदुस्तान किस और जाएगा ये 90 लोग तय कर रहे हैं, देश की सारी योजनाओं पर 90 लोग ही फैसला करते हैं, इन 90 लोगों में से 3 ही ओबीसी वर्ग से क्यों हैं?

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “कांग्रेस में हर समुदाय के लोग हैं। भाजपा कभी भी नजदीक नहीं आने देती। यहां तक की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए निमंत्रण भी नहीं दिया। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने आगे केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि राष्ट्रपति का अपमान करते हो। जब नए संसद भवन की नींव रखी गई तब भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया गया। क्योंकि वे ‘अछूत’ हैं. अगर ‘अछूत’ के हाथ से नींव रखेंगे, तो वो ‘गंगाजल’ से धोना पड़ता।”

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