Rajasthan Politics: राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर जारी बहस और तीखी हो गई है। राज्य में इन सरकारी स्कूलों की समीक्षा के लिए रिव्यू कमेटी गठित करने के बाद कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक टीवी इंटरव्यू में सरकार और बीजेपी नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए कई आरोप लगाए।

गरीब का बेटा इंग्लिश नहीं पढ़ सकता?
डोटासरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी के नेता अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाते हैं, लेकिन गरीब के बच्चों को यह शिक्षा मुफ्त में मिलने का विरोध करते हैं। क्या गरीब का बेटा इंग्लिश मीडियम में नहीं पढ़ सकता?”
उन्होंने बीजेपी नेताओं से सवाल किया, राजेंद्र राठौड़ की इंग्लिश मीडियम स्कूल में एक बच्चे की फीस तीन लाख रुपये है। क्या वहां हिंदी पढ़ाई जाती है? या सिर्फ अंग्रेजी माध्यम में ही पढ़ाई होती है?
डोटासरा ने कहा, सुमित गोदारा खुद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़े हैं और विधानसभा में उन्होंने मुझसे कहा था कि ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाएं। गजेंद्र सिंह शेखावत भी इंग्लिश मीडियम के पैरोकार हैं और अक्सर अंग्रेजी में ही संवाद करते हैं।
सरकारी स्कूलों पर सवाल उठाने का विरोध
डोटासरा ने कहा, महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल गरीब और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा का अवसर प्रदान कर रहे हैं। इन स्कूलों को बंद करने की मंशा बीजेपी की गरीब विरोधी सोच को दिखाती है।
बीजेपी की चुप्पी पर सवाल
डोटासरा ने पूछा, बीजेपी का कोई ऐसा नेता दिखाइए, जो अपने बच्चों को हिंदी मीडियम में पढ़ा रहा हो। सभी नेता अपने बच्चों को महंगे इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ाते हैं, लेकिन गरीब बच्चों को यह सुविधा मिलने का विरोध करते हैं।
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