Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। जयपुर में आज कांग्रेस की विस्तारित कार्यकारिणी की अहम बैठक हुई, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हुए। बैठक में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी पहुंचे, जबकि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राज्य सरकार के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पूरी तरह से हलचल मची हुई है, और इसी कारण सभी प्रमुख नेता बैठक में शामिल हुए हैं।

दूसरी पार्टी से मिलीभगत पर सख्त कार्रवाई- रंधावा

बैठक में पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस का कोई भी नेता, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, अगर वह दूसरी पार्टी से मिलीभगत करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह बयान राहुल गांधी की गुजरात बैठक में ‘भाजपा से मिले हुए’ नेताओं को पार्टी से निकालने की चेतावनी के बाद आया है। इसे कांग्रेस के भीतर अनुशासन और एकजुटता बनाए रखने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

रंधावा ने आगे कहा कि निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाया जाएगा। हाल के दिनों में प्रदेश सह प्रभारी ने विभिन्न जिलों में बैठकें कर फीडबैक लिया है, जिसके आधार पर निष्क्रिय पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

डोटासरा का विधानसभा जाने से इनकार

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वह फिलहाल विधानसभा नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा, “जिस दिन मैं विधानसभा जाऊंगा, उस दिन सब कुछ साफ हो जाएगा।”

पार्टी प्रभारी रंधावा ने बताया कि विधानसभा स्पीकर द्वारा की गई टिप्पणी के बाद डोटासरा ने विधानसभा न जाने का निर्णय लिया है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनके इस फैसले के समर्थन में खड़े हैं। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से डोटासरा के फैसले के साथ है।

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