Rajasthan Politics: जयपुर. प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए शुरू किए गए मिशन 2030 अभियान के तहत सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को कॉमर्स कॉलेज परिसर में हुए प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में विजन डॉक्यूमेंट जारी किया. गहलोत ने कहा कि 3 करोड़ से अधिक लोगों ने मिशन 2030 को लेकर अपने सुझाव ऑनलाइन और ऑफलाइन दिए हैं.

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और वसुंधरा राजे का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों के बीच झगड़ा पुराना है, इनके बीच झगड़ा तब से है जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. इन दोनों के झगड़े का नुकसान राजस्थान की जनता क्यों उठाए. गहलोत ने कहा कि जब नर्मदा का पानी राजस्थान में आया था तो उस वक्त उद्घाटन कार्यक्रम रखा गया था. तब सांचौर में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पानी आने के उपलक्ष्य में बैठक रखी थी तो वहीं सांचौर से 1 किलोमीटर दूर गुजरात की तरफ तब के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक रखी थी. यह झगड़ा तब से ही चलता आ रहा है.

गुजरात सहित कई राज्यों में हुए पेपर लीक

गहलोत ने कहा कि पीएम राजस्थान में पेपर लीक की बात कर रहे हैं, क्या अकेले राजस्थान में ही पेपर लीक हुए हैं. गुजरात में भी कई पेपर लीक हो चुके हैं. कई राज्यों में पेपर लीक हुए हैं. हमने पेपर लीक करने वाले 200 से अधिक आरोपियों को जेल भेजा है और कठोर कानून बनाया है, जिसमें उम्र कैद की सजा का भी प्रावधान है. उन्होंने कहा, हमारी योजनाओं का दूसरे राज्य भी अनुसरण कर रहे हैं, कई राज्यों के अधिकारी यहां आकर हमारी योजनाओं का अवलोकन कर रहे हैं. कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, मुख्य सचिव उषा शर्मा, विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, गंगा देवी मौजूद रहे. गहलोत ने चिरंजीवी योजना के तहत 200 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

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