राजस्थान. अपनी कला और संस्कृति के लिए राजस्थान पूरे विश्व में एक अलग पहचान लिए हुए है, इस बात में कोई दो राय नहीं हैं. यहां के गीत-संगीत-नृत्य के सभी दिवाने हैं. देश-दुनिया में कला कुंभ के रूप में खास पहचान रखने वाला राजस्थान संगीत नाटक अकादमी का तीन दिवसीय लोकानुरंजन मेला इस बार जोधपुर में होने जा रहा है.

यह आयोजन अशोक उद्यान के खुले प्रांगण और ओपन एयर थियेटर में 18 फरवरी से शुरू होगा. लोकनायक जयनारायण व्यास की स्मृति मेंं 24 वर्ष पूर्व प्रारंभ किया गया. ये मेला इस बार सिल्वर जुबली मेले के रूप में आयोजित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोकनायक जय नारायण व्यास के जन्मदिन पर 18 फरवरी को इसका शुभारंभ करेंगे.

12 राज्यों से आएंगे कलाकार

यह मेला 18 से 20 फरवरी तक रोजाना शाम 5 बजे से होगा. ये आयोजन पूर्ण रूप से निःशुल्क है. लोक कला के इस महाकुंभ में देश के विभिन्न राज्यों के 12 राज्यों के एक हजार से ज्यादा लोक कलाकार अपनी परंपरागत कलाओं से रूबरू कराएंगे. ये मेला इस बार टाउन हॉल की बजाय अशोक उद्यान के विशालकाय प्रांगण में हो रहा है. जहां मशहूर लोक कलाकारों के समूह लोकानुरंजन करते हुए जन-जन को अपनी मनोहारी और विशिष्ट कला संस्कृति का परिचय करवाएंगे.

मेले में जोधपुर विकास प्राधिकरण स्थानीय सहभागी है. जबकि सृजनात्मक सहयोगी के रूप में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर, भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज की सहभागिता रहेगी.