Rajasthan News: देश की सेवा में तैनात राजस्थान का जवान चीन सीमा पर ठंड अधिक होने से शहीद हो गया। भारतीय थल सेना के हवलदार (क्लर्क) हराराम सारण का पार्थिव देह शरीर आज जोधपुर जिले के बालेसर तहसील के कोनरी गांव पहुंचा। इस दौरान पूरा गांव शोक में डूबा रहा.

चीन सीमा पर ऑपरेशन स्नो लियोपार्ड के तहत लेह के न्योमा में तैनात 27 वर्षीय हराराम का 5 अगस्त को अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण निधन हो गया। उनकी पार्थिव देह को आज सुबह सड़क मार्ग से जोधपुर लाया गया, जहां से जसनाथ नगर टोल प्लाजा से उनके गांव तक 15 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई। सुबह 11:45 बजे जैसे ही पार्थिव देह उनके घर पहुंची तो परिवार और गांव में मातम पसर गया।

ठंड की वजह से शहीद हुआ जवान

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल बलदेव सिंह मानव ने बताया कि हवलदार हराराम सारण भारतीय सेना की उत्तरी कमान के अंतर्गत लेह के न्योमा में चीन सीमा पर ऑपरेशन स्नो लियोपार्ड के तहत ड्यूटी पर तैनात थे। 3 अगस्त को अत्यधिक ठंड और बर्फीले मौसम के कारण उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत पश्चिमी कमान के चंडी मंदिर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 5 अगस्त को उन्होंने अंतिम सांस ली।

सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

शहीद हराराम की पार्थिव देह को आज सुबह 10 बजे उनके पैतृक गांव कोनरी लाया गया। भारतीय थल सेना द्वारा उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि के बाद सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि हराराम सारण के परिवार में उनके माता-पिता, एक बेटा, एक बेटी, एक बहन और दो भाई हैं। उनके पिता सोनाराम खेती करते हैं, जबकि माता गृहिणी हैं। उनके चचरे भाई भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं और सबसे बड़े भाई ट्रक ड्राइवर हैं।