नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस में हवलदार रामभजन की यूपीएससी में 667 रैंक आई है। अभी वह साउथ-वेस्ट दिल्ली के साइबर थाने में तैनात हैं। वे राजस्थान के वापी गांव के रहने वाले हैं। केवल उनके परिवार में ही नहीं बल्कि पूरे गांव में खुशी की लहर है।
लेकिन वह इसी महीने 28 मई को होने वाले यूपीएससी के लिए अपना आखिरी 9वां अटेंप्ट भी जरूर करेंगे। क्योंकि, अभी जो उनकी रैंक आई है। उससे लगता है कि उन्हें आईएएस या आईपीएस नहीं मिलने वाला है. हालांकि, वह इससे भी खुश हैं, लेकिन वह अपनी आखिरी कोशिश भी करना चाहते हैं।
रामभजन 2009 में बतौर सिपाही दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे
34 साल के हवलदार रामभजन 2009 में बतौर सिपाही दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे। 2012 में उनकी शादी हुई। उनकी पत्नी का नाम अंजलि है और बच्चों में सुहानी और कृति हैं। परिवार गांव में ही रहता है। वह दिल्ली में अकेले ही रहते हैं। दिल्ली पुलिस में नौकरी करते-करते उनके मन में खयाल आया कि इस सेवा को और आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
इसके लिए यूपीएससी से बेहतर और कोई प्लैटफॉर्म नहीं हो सकता। उन्होंने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी। 2015 से अब तक उन्होंने लगातार आठ अटेंप्ट किए। अब उनके पास आखिरी 9वां अटेंप्ट बचा है। इसे भी वह और अच्छी रैंक लाने की कोशिश के लिए करेंगे। इसका पेपर अभी 28 मई को ही है।
ये है उनकी सफलता का राज
ड्यूटी के बाद जब भी समय मिलता था, वह पढ़ाई करते, हर दिन 6 से 7 घंटे पढ़ते थे। अब उनके पास आखिरी 9वां अटेंप्ट बचा है, इसमें वे रैंक सुधारने की कोशिश करेंगे।
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