वीरेंद्र कुमार/नालंदा। जिले की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक नगरी राजगीर में शुक्रवार को तीन दिवसीय राजगीर महोत्सव 2025 का भव्य आगाज़ हुआ। इस महोत्सव का उद्घाटन बिहार के पर्यटन मंत्री अरुण शंकर प्रसाद और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन समारोह में नालंदा जिले के कई विधायक, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

मंगलाचरण से हुई शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई जिसके बाद प्रस्तुत की गई सांस्कृतिक झलकियों ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक और उत्सवी रंग में रंग दिया। पारंपरिक लोकनृत्य, संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।

पर्यटन मंत्री का बयान

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि राजगीर ज्ञान, तपस्या और उपासना की ऐतिहासिक भूमि रही है। यह वह पावन स्थल है जहां विभिन्न धर्मों के महान उपदेश दिए गए, जिससे राजगीर को वैश्विक पहचान मिली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। वर्तमान में बिहार पर्यटन के मामले में देश में दसवें स्थान पर है लेकिन सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में बिहार को देश के शीर्ष पांच पर्यटन राज्यों में शामिल करना है।

विकास और रोजगार पर जोर

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राजगीर केवल एक नगर नहीं बल्कि भारत की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का जीवंत प्रतीक है। यह महाभारत काल में जरासंध की राजधानी रहा है। ऐसे आयोजनों से सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर भी सृजित होते हैं।

तीन दिन तक रहेगा उत्सव का रंग

महोत्सव के दौरान अगले तीन दिनों तक लोकनृत्य, संगीत, कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्य प्रस्तुतियां पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी रहेंगी।