राजगीर। प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल राजगीर रोपवे सेवा को मेंटेनेंस (Rajgir Ropeway Maintenance Shutdown July 2025) और सुरक्षा जांच के कारण 10 जुलाई से 13 जुलाई तक अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। रोपवे प्रबंधक दीपक कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया है, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की तकनीकी समस्या से बचा जा सके। प्रबंधन के मुताबिक, आकाशीय रज्जु पथ (रोपवे) का रखरखाव कार्य पहले ही 5 जुलाई से शुरू हो चुका था और इसे 10 जुलाई तक पूरा करने की योजना थी, लेकिन नॉन-डिस्ट्रक्टिव टेस्ट (NDT) और रोप बदलने के काम में अधिक समय लगने के कारण इसकी अवधि को 13 जुलाई तक बढ़ाना पड़ा है।

एक खास पहचान बना चुकी है

राजगीर रोपवे, जो विश्वशांति स्तूप तक पहुंचने का सबसे सुविधाजनक और सुंदर साधन है, हर दिन औसतन 1,500 से अधिक पर्यटकों को अपनी सेवा देता है। 8 सीटर केबिन और आकर्षक पहाड़ी दृश्यों के कारण यह सेवा बिहार के पर्यटन नक्शे पर एक खास पहचान बना चुकी है।

पर्यटकों को पैदल मार्ग से जाना होगा

रोपवे सेवा बंद रहने के कारण पर्यटकों को विश्वशांति स्तूप तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग का उपयोग करना होगा। हालांकि यह मार्ग थोड़ा लंबा और थकाने वाला हो सकता है, लेकिन पहाड़ी वातावरण और हरियाली के बीच यह प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का एक शानदार मौका भी हो सकता है।

14 जुलाई से फिर शुरू होगी सेवा

प्रबंधन ने जानकारी दी है कि रोपवे सेवा 14 जुलाई से पुनः सामान्य रूप से शुरू कर दी जाएगी। पर्यटकों से अनुरोध किया गया है कि वे इस दौरान धैर्य और सहयोग बनाए रखें और आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें।

शांति और सौंदर्य का प्रतीक

राजगीर स्थित विश्वशांति स्तूप न केवल बौद्ध धर्म के अनुयायियों का प्रमुख तीर्थस्थल है, बल्कि देश-विदेश से आने वाले सैलानियों के लिए एक शांति और सौंदर्य का प्रतीक भी है। इस अस्थायी असुविधा के बावजूद, पर्यटन विभाग की यह पहल दीर्घकालिक सुरक्षा और सुविधा की दिशा में एक अहम कदम है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी समय-समय पर इस तरह के मेंटेनेंस कार्य किए जाते रहेंगे ताकि सेवा सुरक्षित और सुचारु बनी रहे।