जितेंद्र सिन्हा, राजिम. राजिम माघी पुन्नी मेला में इस बार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की महिला स्वच्छाग्रहियों ने कीर्तिमान रच दिया है, ये स्वच्छाग्रही सुबह तड़के से ही राजिम की पावन धरती पर स्वच्छता की अलख जलाने का कार्य प्रारंभ कर देती है. राजिम की धरा पर महानदी, पैरी और सोंढूर के त्रिवेणी संगम में पुण्य स्थान के लिये दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु माघ पूर्णिमा के माह में यहां आते हैं.

इस मेला में लाखों की तादाद में लोग यहां पहुंचेंगे तो स्वभाविक है कि यहां कचरा तो फैलेगा ही लेकिन स्वच्छ भारत मिशन की इन स्वच्छाग्रहियों ने भी ये ठाना है कि इस पावन धरा पर गंदगी मंजूर नहीं इसीलिये रोज सुबह स्वच्छाग्रहियों की टोली अपने दल बल के साथ पहुंच जाती है और राजिम के मेला स्थल पर पूरी श्रद्धा और ईमानदारी के साथ जुट जाते हैं अपना कर्तव्य निभाने के लिये.

जिला स्वच्छ भारत मिशन के सलाहकार परवेज हनफी ने बताया कि मेले में प्रथम दिन से अब तक कुल 30 समूह की 260 से अधिक स्वच्छाग्रही स्वप्रेरणा से स्वच्छता के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दे चुके है और मेले के अंतिम दिन तक और भी स्वच्छाग्रही इसी तरह से स्वप्रेरित होकर अपना योगदान देती रहेंगी.

बता दें कि जिले के ग्रामीणों ने स्वच्छता को अपना लिया है यही कारण है कि स्वच्छाग्रहियों के साथ-साथ नव-निवार्चित जनप्रतिनिधि भी इस बार स्वच्छाग्रही के रूप में अपना योगदान देने से पीछे नहीं हट रहे हैं.

ग्राम पंचायत जेंजरा की नव-निर्वाचित सरपंच हीरामणी साहू ने भी अपने नव-निर्वाचित पंचों के साथ मेला स्थल में झाड़ू लगाकर स्वच्छता का सकारात्मक संदेष दिया है. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनय कुमार लंगेह ने इनके अभूतपूर्व कार्य की सराहना की है. साथ ही लोगों से भी अपील की है कि लोग एक समझदार नागरिक होने का परिचय दें और मेला स्थल में उपलब्ध कूड़ेदान पर कचरा डाले अनावश्यक कचरा इधर-उधर न फेकें, प्लास्टिक के उपयोग की जगह कपड़े की थैलियों का प्रयोग कर मेला स्थल को स्वच्छ बनाये रखने में जिला प्रशासन का सहयोग प्रदान करें.