रायपुर। विधायक व शासन में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय आज राम मंदिर निर्माण को लेकर आशंका जाहिर करते हुए सनसनीखेज खुलासा किया कि राजीव गांधी के उदार हिंदुत्व की ओर बढ़ते कदम से भाजपा व उसके अनुवांशिक संगठन चिंतित थे. वो नहीं चाहते थे कि राजीव ज्यादा समय तक राजनीति में रहें और ठीक चुनाव के वक्त 1991 में उनकी हत्या होना इस बात का प्रमाण है. विकास ने आज ऐसा बयान दे कर हिन्दुत्व के मुद्दे को राजीव गांधी के इर्द गिर्द केंद्रित कर दिया है.

विधायक विकास उपाध्याय अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर मुखर हो कर सामने आए हैं. उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए कांग्रेस व गांधी परिवार की अहम भूमिका को प्रचारित करने जहाँ कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और पूरे शहर को होर्डिंग से पाट दिया है. वहीं भाजपा व उसके अनुवांशिक संगठनों पर अप्रत्यक्ष रूप से आशंका जाहिर करते हुए कहा कि इंदिरा गाँधी कि हत्या के बाद राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री बने तो उनके राम राज्य की अवधारणा ने इनको बेचैन कर दिया था और ये लोग नहीं चाहते थे कि राजीव गाँधी लम्बे समय तक राजनीति में बने रहें और 1991 में उनकी हत्या होना इस बात को प्रमाणित करता है.

उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी का तो कम से कम कभी कोई भूमिका नहीं रही इतना जरूर है मोदी ने राम के नाम पर देश की जनता को गुमराह जरूर किया और इस मुद्दे को समय के साथ राजनैतिक रंग देते रहे. इसके ठीक उलट कांग्रेस देश में हमेशा धर्म निरपेक्षता का परिचय दीया है. राम मंदिर के लिए राजीव गांधी ने पहली आधारशिला रखी इसके बावजूद कांग्रेस इसका कभी राजनैतिक फायदा नहीं उठाया और आज जिस तरह से भाजपा राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी एकाधिकार दिखा रही है यह स्वच्छ राजनीति की परंपरा नहीं है. राम मंदिर देश के सभी हिंदुओं के आस्था का प्रतीक है और उस आस्था में सभी को विश्वास है. विकास उपाध्याय ने बताया वे अपने विधानसभा में 25000 दिया का वितरण करा रहे हैं. क्षेत्र की जनता इसका दिप प्रज्वलित कर भगवान राम के निर्मित मंदिर का स्वागत करेगी. (नोट- यह खबर जारी की गई विज्ञाप्ति के आधार पर बनी है).