Rajnandgaon-Dongargarh-khairagarh  News:  राजनांदगांव. जिले में चोरी की घटना लगातार बढ़ रही है. डोंगरगांव थाना क्षेत्र के आमगांव में पोस्ट आफिस में डाकपाल के पद पर पदस्थ कर्मचारी के घर से पेटी में रखे 1 लाख 22 हजार रुपए अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर फरार होने का मामला सामने आया है. प्रार्थी कर्मचारी की शिकायत पर पुलिस अज्ञात चोर के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में जुटी है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी कमलेश्वर भुआर्य पिता सखराम निवासी आमगांव ने शिकायत दर्ज कराई है कि पोस्ट आफिस में डाकपाल के पद पर पदस्थ है. उसके घर के बाहरी कमरे मे पोस्ट ऑफिस संचालित है. वह पोस्ट आफिस बांधाबाजार से एक लाख रूपए लेन देन करने लाया था और घर के अपने बेड रुम के पेटी में 1 लाख 22 हजार को रखा था. अज्ञात चोर रकम चोरी कर ले गया है. शिकायत पर पुलिस अज्ञात चोर के खिलाफ जुर्म दर्ज कर विवेचना में जुटी है.

करमरी: जर्जर छत के नीचे पढ़ाई करने की मजबूरी

राजनांदगांव. छुरिया जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत करमरी के पूर्व माध्यमिक शाला भवन की जर्जर छत से पानी टपक रहा है. इससे बच्चों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है. पानी न टपके इसलिए छत को तिरपाल (पॉलीथिन) से ढका गया है. इस परेशानी को देखते हुए सरपंच दीनदयाल (दीनू) साहू ने कलेक्टर को आवेदन देकर पूर्व माध्यमिक शाला भवन को नवीन बनाने की मांग रखी है.

सरपंच दीनदयाल ने बताया कि यह स्कूल भवन 1992 में बना है, समय-समय पर मरम्मत नहीं होने के कारण छत जर्जर हालात में है, जहां से बारिश के दिनों में पानी टपक रहा है. उन्होंने बताया कि तीन साल पहले भी बीआरसी को सूचना दी गई थी. विभाग ने 13 लाख का इस्टीमेट दिया था, लेकिन भवन नहीं बन पाया. छत में तिरपाल लगाकर पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शीघ्र ही जर्जर स्कूल भवन की मरम्मत कराने की मांग रखी है.

गड़बड़ी: पैरेंट्स एसोसिएशन ने जताई नाराजगी

राजनांदगांव. जिले के शिक्षा विभाग में एक बार फिर नियमों को ताक में रखकर शिक्षक की बहाली का मामला सामने आया है. आरोप है कि प्राथमिक शाला ठेकवा में पदस्थ सहायक शिक्षक विकास लाटा को बिना दिव्यांगता की जांच कराए बहाल कर दिया गया, जबकि उनके दिव्यांग प्रमाण पत्र की विश्वसनीयता पर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं. छग पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिस्टोफर पॉल ने शिक्षक की दिव्यांगता पर संदेह जताते हुए जिला शिक्षा अधिकारी से जांच की मांग की है. पॉल का कहना है कि विकास लाटा के पास दो अलग-अलग दिव्यांगता प्रमाण पत्र हैं, जो स्वयं में संदेहास्पद हैं. उन्होंने बताया कि तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने 2 अगस्त 2024 को विकास लाटा को निलंबित कर रायपुर स्थित राज्य मेडिकल बोर्ड से जांच कराने का निर्देश दिया था, लेकिन जांच न कराते हुए उन्हें सेवा में बहाल कर दिया गया.

ओल्ड पेंशन योजना को लागू रखने की मांग

राजनांदगांव. छग सरकार ने अगस्त 2025 से ओल्ड पेंशन बंद करने का निर्णय ली है. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने छग अंशदायी पेंशन कर्मचारी कल्याण संघ और एनएमओपीएस सघंगठन की मांग पर छग राज्य के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल किया था, वर्तमान सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को अगस्त 2025 से बंद करने का निर्णय ली हैं, जिससे छग अंशदायी पेंशन कर्मचारी कल्याण संघ और एनएमओपीएस से जुडे़ सभी कर्मचारी संगठन सरकार के इस फैसले के खिलाफ हो गए हैं.

युवकों का अपहरण कर बंधक बनाने वाले दो फरार आरोपी हुए गिरफ्तार

राजनांदगांव. शहर के नया ढाबा के पास चार युवकों का अपहरण कर उन्हें फार्म हाऊस में बंधक बना कर प्रार्थी के पास में रखे 4 हजार रुपए नगदी लूटने व बंधकों को छोड़ने के एवज में परिजनों से आनलाइन 20 हजार रुपए लेने का मामला सामने आया था. प्रार्थी की शिकायत पर लालबाग पुलिस आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में जुटी थी. इस दौरान घटना को अंजाम देने वाले सभी पांच आरोपी मौके से फरार हो गए थे. पुलिस सभी की तलाश में जुटी थी. बुधवार को पुलिस ने मामले में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं फरार तीन आरोपियों की सरगर्मी से तलाश में जुटी है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 11 अप्रैल को वह अपने 3 साथियों के साथ अपने ग्राम बरगाही जा रहे थे. पुराना ढाबा के बालक संप्रेक्षण गृह के पास पीछे से नीला रंग के कार से पहुंचे आरोपी पुरुषोत्तम साहू ऊर्फ जादू, नितिन साहू, राहुल सिंग, आदित्य एवं दादा ने मारपीट करते प्रार्थी व उसके तीनों साथियों का अपहरण कर एबीस फैक्ट्री के आगे एक मकान में बंधक बना कर रख लिए थे. इस दौरान आरोपियों द्वारा प्रार्थी के पास रखे नगदी 4000 रूपये को लूट लिए और पैसा की मांग करने लगे. दूसरे दिन प्रार्थी व उसके अन्य साथी मौका देखकर अपना मोबाईल व गाड़ी का चाबी लेकर वहां से भागे और दरवाजा को बाहर से बंद कर दिया. प्रार्थी को जान का खतरा था इसलिये सभी लोग प्रार्थी के बडी मां के यहां भाठापारा चले गए. इस दौरान आरोपी पुरूषोत्तम और नितिन साहू प्रार्थी के घर पहुंच गए और उसकी मां को उसके बेटे तरूण की हत्या करने का डर दिखा कर आनलाइन 20 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए थे.

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने डीईओ से भेंट कर बताई समस्या

डोंगरगढ़. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन क़े सदस्य जिलाध्यक्ष गोपी वर्मा के नेतृत्व में मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल से मुलाकात कर स्थानीय समस्याओं के समाधान की ओर पुन: ध्यान आकर्षित कराया और अविलबनिराकरण करने ज्ञापन सौपा गया. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा, सचिव जीवन वर्मा,कोषाध्यक्ष हंसकुमार मेश्राम, महासचिव राजेश साहू,जिला प्रवक्ता मनोज वर्मा, महेश ऊईके, ब्लॉक सचिव किसन देशमुख, डोंगरगांव दिनेश द्विवेदी रेवती, रमन वैष्णव इस अवसर पर उपस्थित रहे. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने राजनांदगांव जिले में प्राथमिक प्रधान पाठक के लगभग 50 रिक्त पदों पर अभिलंब पदोन्नति करने की चर्चा किया जिस पर प्रक्त्रिस्या प्रारंभ होने व 15 अगस्त के पहले करने आसश्वत किया गया है.

वहीं पूर्व में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के मांग पर 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान ग्रीष्मावकाश की अतिरिक्त आर्जित अवकाश प्रदान करने के आदेश का विकासखंड शिक्षा अधिकारियों के द्वारा पालन नहीं किया जाना व जनवरी 2025 में पूर्व माध्यमिक शाला प्रधान पाठक पर पदोन्नति शिक्षकों की आज तक वेतन निर्धारण नही करने की बात जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष रखा गया. जिस पर अभिलंब कार्यवाही करने शाखा प्रभारी को निर्देशित किया, अध्यक्ष गोपी वर्मा ने कहा की जिला के प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय में बच्चो की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने शिक्षक सजग है.

प्रशासनिक दावे फेल: किसानों को समितियों से नहीं मिल पा रही डीएपी

खैरागढ़. प्रशासन के लाख दावो के बाद भी समितियों में पंजीकृत किसानो को मंशानुरूप डीएपी खाद नहीं मिल रही है. किसानो की संख्या की अपेक्षा एक चौथाई ही खाद समितियों में पहुँच पा रही है. जिसके चलते किसानो को डीएपी के लिए भटकना पड़ रहा है. प्रशासन हालंकि इस समस्या के समाधान के रूप में एनपीके खाद का पर्याप्त स्टाक होने का दावा कर रहा है. लेकिन समितियों में पहुँच रहे किसानो को क्षमता से कम खाद मिल पा रहे है खाद का स्टाक खत्म होने पर किसानो को बिना खाद के ही समितियो से वापस लौटना पड़ रहा है. जिले में खाद की स्थिति प्रशासनिक रूप से पर्याप्त बताई जा रही है. लेकिन जिले में आबंटित स्टाक का आकड़ा ही इसकी गवाही दे रहा है.

धान, सोयाबीन की फसल के लिए सबसे ज्यादा डीएपी खाद की मांग होने के बाद भी समितियों में डीएपी के पर्याप्त स्टाक नहीं पहुँच पा रहे है. इसके चलते डीएपी को लेकर मारामारी की स्थिति बन रही है. जिले के गोपालपूर में किसानो की संख्या के एवज में डीएपी का स्टाक नहीं होने पर किसानो ने चक्काजाम कर दिया था. जिले की हर समितियो में लगभग ऐसी ही स्थिति है. दो से तीन सौ बोरी डीएपी खाद ही पहुँच रही है जबकि इसके लिए सात सौ से हजार किसान समितियो में पहुँच रहे है. डीएपी के अलावा यूरिया, पोटाश जैसी खाद के लिए भी किसानो को भटकना पड़ रहा है. डीएपी की किल्लत के चलते कृषि विभाग भी किसानो को लगातार डीएपी के संपूरक खाद का उपयोग करने लगातार शिविर और अन्य माध्यमों से किसानाें को जानकारी दे रहा है. एनपीके और एसएसपी के मिश्रण को डीएपी से भी ज्यादा प्रभावकारी बताया जा रहा है.

62 फीसदी खाद का भंडारण

जिले में अब तक लक्ष्य और मांग के हिसाब से कुल 62 फीसदी खाद का भंडारण किया जा चुका है. जिले में यूरिया की11 हजार मिट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित है. अब तक 6075 मिटन भंडारण किया गया है. इसी तरह 5523 मिट्रिक टन एसएसपी के लक्ष्य में 4003 एमटी, डीएपी का लक्ष्य पिछले साल के 5569 मिट्रिक टन से घटाकर 2767 एमटी किया गया है लेकिन पिछले लक्ष्य के हिसाब से अब तक केवल 3506 एमटी डीएपी ही जिले को मिल पाया है.

बाजार में दोगुने दामों में मिल रही

डीएपी की कमी के चलते किसान समितियो के चक्कर काट रहे हैं तो दूसरी ओर खुले बाजार में डीएपी के लिए किसानो को डेढ़ गुना अधिक राशि देनी पड़ रही है. जिले के निजी कृषि केन्द्रों में 1350 की डीएपी को नैनो डीएपी के साथ 21 सौ रू में बेचा जा रहा है. जबकि दोनो की कुल कीमत 17 सौ रू तक होती है. इसी तरह यूरिया की बोरी भी ढाई सौ की बजाय पांच से छह सौ रू तक बिक रही है. समितियो से पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों को बाजार से अतिरिक्त दाम देकर खाद खरीदनी पड़ रही है.