राजनांदगांव। शहर में रोजाना करीब 25 हजार लीटर दूध की डिमांड पूरी नही हो पा रही है. राजनांदगांव शहर में रोजाना 70 हजार लीटर से अधिक दूध की खपत है. इसके बाद भी 25 फीसदी पूर्ति पूरी नही हो पा रही है. हैरानी करने वाली बात यह है कि इसके बाद भी बाजार में खोवा और पनीर बनाने का धंधा समझ से परे हैं. जानकारो की माने तो इसका फायदा उठाकर ही पाप आयल और दूध पाउडर का उपयोग कर नकली पनीर तैयार किए जा रहे है.

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मैन्युफैक्चरिंग के नाम पर नकली पनीर और मिठाईयों का कारोबार हो रहा है. नवभारत ने बाजार में दूध के व्यापार से जुड़े व्यापारियों से जानकारी जुटाई. जिसे लेकर सभी ने एक राय होकर बताया कि शहर में दूध की डिमांड इतनी है कि उतनी खपत नहीं हो पाती है. ऐसे में पनीर तैयार करना सवाल खड़े करता हैं.

दूध संचालकों ने बताया कि, शहर में रोज 70 हजार लीटर दूध की खपत हो जाती हैं. इसके बाद भी 25 हजार की डिमांड बनी रहती है. इसके आलावा अमूल, मदर डेयरी और मल्टीनेशनल कंपनियां भी पैकेट दूध के जरिए करोड़ो का कारोबार कर रही है. फिर भी बाजार में डिमांड बनी हुई हैं.

यहां से शहर में पहुंच रहा दूध : राजनांदगांव में सबसे ज्यादा घुमका, डोंगरगांव, छुईखदान, तुमड़ीबोर्ड जैसे इलाको से पशुपालन अधिक जुड़े है. उन्हें प्रोत्साहित करने पर राजनांदगांव दुध का बड़ा केन्द्र हो सकता है. इसके आलाव बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र के गोंदिया से दूध पहुंच रहा है. फूड विभाग को पनीर के अलावा दूध की जांच कराने की भी मांग की जाती रही है. लेकिन अफसर सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित हो जाते हैं.

परमालकसा में दो दिवसीय आयोजन

राजनांदगांव। सोमनी समीपस्थ ग्राम परमालकसा में 28 दिसंबर को संत शिरोमणि परम् पूज्य गुरू घासीदास जयंती के अवसर पर ध्वजारोहण एवं संध्या में विशाल भोजन भंडारा एवं 29 दिसंबर को मंडई मेला का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ-साथ रात्रि कालीन छत्तीसगढ़ी लोक कला नाच पार्टी ग्राम निपानी बालोद गोपाल बलराम का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जिसमें क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की गई है . उक्त जानकारी ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती परमीला साहू के द्वारा दिया गया.

मलमास का महीना शुरू होने से शुभ कार्यों पर लगा हुआ है विराम

राजनांदगांव। 16 दिसंबर के बाद से मलमास का महीना शुरू हो जाने के बाद सभी शुभ कार्यों पर पूरी तरह से विराम लगा हुआ है. मलमास का महीना होने के कारण नगर सहित अंचलभर में धार्मिक अनुष्ठान अधिक से अधिक संपन्न कराए जा रहे हैं. विशेष रूप से शिव पुराण कथा से लेकर श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन जगह आयोजित हो रहे हैं.

पंडित आचार्य की माने तो मलमास का शुभारंभ 16 दिसंबर से हुआ है जो की 14 जनवरी तक रहेगा. पंडित आचार्य श्री शुक्ल ने बताया कि मास का महीना 16 दिसंबर से प्रारंभ हो चुका है. इसकी शुरुआत सुबह 4:26 से हुई है. धनु राशि में सूर्य के प्रवेश करने के साथ ही मलमास का महीना शुरू हुआ है जो की 14 जनवरी 2026 तक रहेगा. उन्होंने यह भी बताया कि इस महीने में वैवाहिक कार्यक्रम तथा शुभ कार्य पूरी तरह से प्रतिबंधित रहते हैं विवाह, गृह प्रवेश नया घर खरीदना, नया व्यवसाय शुरू करना पूरी तरह से वर्जित रहता है.

इस महीने में विशेष रूप से पूजा पाठ, व्रत, तप, ध्यान, भजन, सत्संग भगवान का संकीर्तन आदि करना अति आवश्यक माना गया है. यही कारण है कि मलमास का महीना होने के कारण इन दिनों नगर सहित अंचल भर में अधिक से अधिक शिव पुराण कथा से लेकर श्रीमद् भागवत कथा का जगह-जगह आयोजन भी कराया जा रहा है. कुछ स्थानों श्री राम कथा भी आयोजित कराई जा रही है.

राजनांदगांव जिला मुख्यालय स्थित नेहरू नगर में भी शिव मंदिर प्रांगण के पास इन दोनों शिव पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है. 51,00,0 पार्थिव शिव का निर्माण भी श्रद्धालु करते नजर आ रहे हैं. दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 के मध्य यह कथा आयोजित की जा रही है. जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं बच्चे, युवा, बुजुर्ग तथा महिलाओं की अच्छी खासी उपस्थिति देखने को मिल रही है .

मलमास का महीना होने के कारण बाजार में भी अब पूजा सामग्री की अधिक से अधिक बिक्री हो रही है. फूल माला से लेकर नारियल सहित अन्य पूजन सामग्री सर्वाधिक खरीदे जा रहे हैं. व्यापारी राजू डागा ने बताया कि मलमास का महीना होने के कारण जगह पूजन एवं सत्संग कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं.

कृषि विभाग ने चार कृषि केन्द्र किए सील

खैरागढ़। रबी सीजन 2025-26 की शुरुआत के साथ ही किसानों को ठगने की कोशिश कर रहे खाद-बीज विक्रेताओं पर कृषि विभाग ने करारा प्रहार किया है. उर्वरक नियंत्रण आदेश का खुला उल्लंघन करने वाले चार कृषि केन्द्रों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से विक्रय पर रोक लगाई और मौके से सामग्री जप्त कर ली है.

इस कार्रवाई से जिले के अवैध और लापरवाह विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है. किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद, बीज एवं कीटनाशक समय पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला खैरागढ़ – छुईखदान – गंडई में कृषि विभाग द्वारा सतत निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है.

इसी क्रम में 24 दिसंबर 2025 को उप संचालक कृषि के निर्देश पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में औचक छापेमारी की गई. छापे के दौरान खैरागढ़ विकासखंड अंतर्गत संचालित मौर्या कृषि केन्द्र दाउचौरा, सागर कृषि केन्द्र पिपलाकछार, विकास कृषि केन्द्र गाड़ाघाट एवं जानवी कृषि केन्द्र गाड़ाघाट में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं.

जांच में सामने आया कि इन केन्द्रों में स्कंध पंजी का संधारण नहीं किया गया था, वहीं स्रोत प्रमाण पत्र अनुपस्थित पाए गए. साथ ही मूल्य सूची प्रदर्शित नहीं थी तथा कैश व क्रेडिट मेमो का भी संधारण नहीं किया गया. इन गंभीर खामियों को उर्वरक नियंत्रण आदेश का स्पष्ट उल्लंघन मानते हुए चारों कृषि केन्द्रों के विरुद्ध विक्रय प्रतिबंध लगाया गया तथा सामग्री जब्त कर ली गई. इसके साथ ही संबंधित संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है.

यह कार्रवाई उप संचालक कृषि सोलंकी के मार्गदर्शन में अनुविभागीय कृषि अधिकारी वीरेंद्र डहरिया एवं सहायक संचालक कृषि लुकमान साहू की संयुक्त टीम द्वारा की गई. कृषि विभाग ने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा है कि किसानों के हितों से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. नियमों की अनदेखी करने वाले विक्रय केन्द्रों के खिलाफ आगे भी इसी तरह सख्त और निर्णायक कार्रवाई जारी रहेगी.

शहर में बगैर बुनियादी सुविधा के बस रही अवैध कालोनियां

राजनांदगांव। शहर के रिहायसी इलाको से लेकर आउटरों में इन दिनों लगातार अवैध प्लाटिंग चरम पर है. लेकिन नगरनिगम को पास ऐसे गैर आवासीय इलाकों की जानकारी ही नही है. शहर के गिनती के लोगों को नोटिस देकर निगम सिर्फ खानापूर्ति करने में लगी है और इधर बगैर बुनियादी सुविधा के अवैध कालोनियां बस रही है.

शहर में बजरंगपुर नवागांव, लखोली, आरके नगर, पेंड्री, रेवाडीह, मोहारा सहित रायपुर नाका किनारे में लगातार अवैध प्लाटिंग जारी है. लेकिन निगम द्वारा इन इलाको में कार्यवाही तो दूर कभी जांच तक नही की गई है. यही कारण है कि इन इलाको में लगातार गलत तरीके से अवैध प्लाटिंग की संख्या में इजाफा हो रहा हैं.

नगरनिगम द्वारा विगत दिनों कौरिनभांठा और लखोली के दर्जनभर माफियाओं को अवैध प्लाटिंग किए जाने के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था. निगम प्रशासन का दावा है कि सभी ने अवैध प्लाटिंग पर रोक लगा दी है. जबकि मौके पर नोटिस के बाद ऐसे प्रकरण में फिर माफिया सक्रिय हो गए हैं.

निगम से प्राप्त जानकारी अनुसार, कौरिनभांठा में आठ लोगों को नोटिस जारी किया गया था. जिसमें खसरा 281/1 रकबा 0234 भूषणलाल पिता केशव राम, कौरिनभांठा 0.1530 हर्षवर्धन चौबे पिता विरेन्द्र कुमार, कौरिनभांठा 282/8 खसरा 00054 हर्ष वर्धन चौबे पिता विरेन्द्र कुमार जैसे तीन खसरे शामिल है.

इसी तरह लखोली जमीन मालिक राहुल जेन पिता नरेश जैन, अनिल कुमार पिता बालासाहेब ढवले के तीन खसरे, लखोली गणेश जैन पिता टीकमचंद जैन ओसवाल लाइन, कौरिनभांठा विजया पारख पिता ज्ञानचंद पारख को अवैध प्लाटिंग मामले में नोटिस दिया गया था. इसके आलावा भी शहर के अलग-अलग इलाको में हो रहे अवैध प्लाटिंग पर निगम की नजर नही है.

विकास शुल्क वसूली का पता नहीं, खरीददार परेशान : जिला प्रशासन द्वारा तत्कालीन कलेक्टर रहे जेपी मौर्या ने शहर के कई खसरों पर पूर्व में बैन लगाया था. उन्होंने ऐसे अविकसित के अलावा कालोनाइजर से विकास शुल्क प्लाटिंग को विकसित करने जमीन मालिक लेने की योजना बनाई थी. लेकिन वर्तमान में निगम के पास ऐसे अवैध कालोनी का कोई आंकड़ा नही है.

मोंगरा से पानी लाने 174 करोड़ की लागत से बिछेगी पाइप लाइन

राजनांदगांव। गर्मी के दिनों में अंबागढ़ चौकी के मोंगरा बैराज से पीने का पानी लाने पाइप लाइन बिछाया जाएगा. इसके लिए 174 करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार कर इसे शासन को भेजा गया है. इस पाइप लाइन के बिछने से गर्मी के दिनों में कीमती पेयजल की बर्बादी रूकेगी, वहीं कम समय में चौकी से राजनांदगांव शिवनाथ नदी तक पानी पहुंच जाएगा. बहरहाल विभाग को इसके लिए शासन के अनुमति का इंतजार हैं.

उल्लेखनीय है कि राजानांदगांव शहरवासियों के लिए शिवनाथ नदी से पानी की सप्लाई होती है. हर साल गर्मी के दिनों में शिवनाथ की जलस्तर कम होने के कारण निगम प्रशासन को मोंगरा बैराज से पेयजल की डिमांड भेजनी पड़ती है. जिसके बाद करीब 53 किमी तय कर बैराज से छोड़ा गया पानी तीन से चार दिनों में यहां पहुंचता है. लेकिन पाइप लाइन बिछने से यहां 12 घंटे में पानी का प्लो पहुंचने लगेगा. बहरहाल प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा चुका है. अब इस कार्य के लिए विभाग को राशि का इंतजार है.

तट के कटाव को रोकने भी बड़ा प्रस्ताव : जल संसाधन विभाग द्वारा पाइप लाइन के आलावा बांकल से भर्रेगांव तक शिवनाथ नदी के तट के कटाव को रोकने 205 करोड़ रूपए का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. इसके आलावा धामनसरा एनीकट में पांच करोड़ का प्रस्ताव भी भेजा गया है. इस तरह नदी के दोनों ओर बाढ़ के पानी से कटाव को रोकने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को मंजूरी के लिए भेजा गया है. बहरहाल इसकी स्वीकृति नही मिल पाई हैं.

डोंगरगढ़ सेक्शन अप लाइन में आज से मेंटेनेंस

राजनांदगांव। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, नागपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले डोंगरगढ़ स्टेशन में मेंटेनेंस का कार्य कराए जाने के कारण आज से एक्सप्रेस सहित पैसेंजर ट्रेनें रद्द रहेंगी ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होने से यात्रियों की परेशानियां भी बढ़ेगी.

ज्ञात हो कि रेलवे प्रशासन द्वारा अधोसंरचना विकास के कार्यों को शीघ्र पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसी संदर्भ में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत अधोसंरचना विकास मद से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले डोंगरगढ़ स्टेशन पर अप अतिरिक्त लूप लाइन के निर्माण से संबंधित प्री नॉन- इंटरलॉकिंग एवं नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा. इस कार्य के चलते दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से संबन्धित कुछ यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा.