राजनांदगांव। सुरगी के किसान रामखिलावन साहू के आत्महत्या मामले में सुरगी पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. चारों आरोपी सूदखोरी के कारोबार से जुड़े बताए जा रहे है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही चारों आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

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सुरगी चौकी प्रभारी से प्राप्त जानकारी अनुसार राजेन्द्र गोलछा, शिव कुमार साहु, रमेश पालीवाल और उमेश पालीवाल को मामले में दोषी पाकर धारा 108,3 (5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया गया है. ये सभी आरोपी शहर के प्रभावशाली में से है, जो सूदखोरी, ज्वेलरी के कारोबार से जुड़े हुए है. जिसके चलते घटना के बाद पुलिस पर लगातार अपराध दर्ज करने दबाव भी बना हुआ था.

घटना के पन्द्रह दिन बीतने के बाद पुलिस ने आखिर चारों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. हांलाकि, मृतक रामखिलावन साहू ने आत्महत्या के पहले सोसाइड नोट भी लिखे थे. जिसमें इन चारों आरोपियों के प्रताड़ना के कारण उन्होने आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने का जिक्र किया था.

पता चला है कि चारों आरोपी सूदखोरी से जुड़े हुए थे. किसान से ब्याज के नाम पर पांच फीसदी से अधिक की राशि सूद के रूप में वसूल रहे थे. चारों आरोपियों के लगातार प्रताड़ना से तंग आकर किसान ने पास के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. ज्ञात हो कि 19 नवंबर को संबलपुर निवासी राम खिलावन साहू ने धान खरीदी केंद्र के करीब फांसी लगा लिया था. इसके बाद पुलिस और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो देखा गया कि, रामखिलावन ने सुसाइड नोट लिखा था.

ज्वेलरी और सूदखोरी के कारोबार से जुड़े आरोपी : चार आरोपी में एक आरोपी आरके ज्वेलर्स से जुड़ा था. वहीं अन्य आरोपी भी सूदखोरी के कार्य से जुड़े हुए थे. पीड़ित ने आत्महत्या के पहले सोसाइड नोट में चारो आरोपियों द्वारा प्रताड़ित करने की बात लिखी थी. सूदखोरी के तकादे के कारण वो परेशान था. सीधे तौर पर राम खिलावन की आत्महत्या का मामला ब्याज और वसूली से जुड़ा था. जो सोसाइड नोट में साफ स्पष्ट हो गया था. पुलिस ने बताया कि मृतक मंडी में कोचिया का काम करता था .

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ीं मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना की दुकानें

डोंगरगढ़. डोंगरगढ़ में 2012 को तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) जय प्रकाश मौर्य द्वारा शहर में लगाए जाने वाले फ्रूट मार्केट के ठेलो को पक्की दुकानों में व्यवस्थापन के लिए आवेदन मंगाए गए थे. जिसमें 53 लोगो ने आवेदन किया. जानकार बताते है की आवेदन मंगाए जाने के बाद किसी भी प्रकार की आगे की प्रक्रिया नहीं कि गई और न ही किसी प्रकार से फ्रूट विक्रेताओं का वेरिफिकेशन किया गया, लंबी अवधि बीत जाने के बाद यह योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई थी.

परंतु आवेदन मंगाए जाने के 11 वर्षों बाद नवंबर 2023 को वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद अमित छाबड़ा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए तत्कालीन मुख्यनगरपालिका अधिकारी कुलदीप झा के साथ सांठगांठ करके दिल्ली होटल रेलवे चौंक स्थित मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना की दुकानों को नियम विरुद्ध बिना किसी प्रक्रिया का पालन करते हुए अपनी पत्नी ज्योति छाबड़ा एवं अपने वार्ड के शुभ चिंतकों को दिलवा कर मोटी रकम वसूली की जिसमें प्रमुख रूप से सुदेश पाल, मो फिरोज, परवेज खान, सुमीत ठाकरे, राजेंद्र लारोकर, बलविंदर सिंह को उक्त दुकान आंबटन करवा दिया गया जो पूर्णत नियम विरुद्ध है.

शिकायकर्ता ऋषभ लारोकर द्वारा बताया गया कि पार्षद अमित छाबड़ा की पत्नी ज्योति छाबड़ा एवं कई दुकान आबंटन कर्ताओं ने पूर्व में फ्रूट मार्केट के लिए आवेदन भी नहीं किया था न ही वे कभी भी किसी प्रकार से फ्रूट का व्यापार करते थे . प्रथम दृष्ट्या ही यह मामला भ्रष्टाचार का दिखाई पड़ता है जिसकी शिकायत उसके द्वारा जिलाधीश, अनुविभागीय अधिकारी एवं सुशासन त्यौहार अंतर्गत अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष करवाई गई.

शिकायतकर्ता की माने तो परंतु लंबा समय बीत जाने के बाद भी उक्त दुकानों के नियम विरुद्ध आबंटन निरस्त न करना और भ्रष्ट अधिकारीयों, कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि अमित छाबड़ा के विरुद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है. जानकारी अनुसार शिकायकर्ता ने क बार पुनः एस डी एम डोंगरगढ़ को एक पत्र सौंपकर 15 दिनों में उक्त दुकानों के दोषपूर्ण आबंटन को रद्द कर दोषी अधिकारी, कर्मचारी एवं पार्षद के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने का अनुरोध किया.

जिला स्तरीय महिला खेल का आयोजन 8 दिसंबर को

डोंगरगढ़. जिला स्तरीय महिला खेल का आयोजन 8 दिसंबर को स्थानीय स्वामी आत्मानंद विद्यालय डोंगरगढ़ में आयोजित है. जिसमें राजनांदगाव जिले से चारों विकासखंड के चयनित खिलाड़ी भाग लेंगे जिसमें 100 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़, तवा फेक, खो खो, फुटबॉल, वॉलीबॉल, कुश्ती एवं रस्साकशी खेल सम्मिलित हैं.

उक्त खेल दो आयु वर्गों में संपन्न होगा पहले 9 से 18 वर्ष से कम एवं दूसरी 18 से अधिक. कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता स्वामी बघेल, नवाज खान पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, विजय राज सिंह अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी डोंगरगढ़, राहुल यादव पार्षद, के विनायक राव, जय किशोर, मुकेश सहारे, ओम प्रकाश महानदी, हरीश भंडारी, कृष्ण गुप्ता, मनोज साहू प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे.

वहीं समापन समारोह में मुख्य अतिथि रामजी भारती पूर्व विधायक डोंगरगढ़ एवं उपाध्यक्ष भाजपा छत्तीसगढ़, अध्यक्षता रमन डोंगरे अध्यक्ष नगर पालिका, उमा महेश वर्मा उपाध्यक्ष नगर पालिका, जसमीत सिंह बन्नोआना मंडल अध्यक्ष, सुरेंद्र सिंह बन्नोआना, प्रकाश चौरडिया, सुनील जैन, लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, सत्य प्रकाश मिश्रा, अमित जैन, सरफरा नवाज़, विनीत यादव, सुमित मिश्रा, सविता दरगद, अलका जय सहारे, लक्ष्मी यादव रहेंगे. उक्त जानकारी नोडल अधिकारी राजकुमार नंदेश्वर ने दी.

खैरागढ़ में नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 दिसम्बर को

खैरागढ़। नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 दिसम्बर को किया जाएगा. इसको सफल बनाने के लिए तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ की अध्यक्ष मोहनी कंवर की अध्यक्षता में 5 दिसम्बर 2025 को महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई.

यह बैठक छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के अध्यक्ष विजय कुमार होता के निर्देशानुसार व्यवहार न्यायालय खैरागढ़ में हुई. बैठक में राजस्व विभाग अधिवक्तागण, फाइनेंस इंश्योरेंस कंपनियां, विभिन्न बैंक, नगर पालिका, बीएसएनएल तथा विद्युत विभाग के प्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने सहभागिता दी.

बैठक में आगामी लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के लिए रणनीति तैयार की गई. अध्यक्ष मोहनी कंवर ने उपस्थित विभागीय अधिकारियों और प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि पेंडिंग एवं प्री-लिटिगेशन मामलों को अधिकाधिक संख्या में लोक अदालत में प्रस्तुत किया जाए.

तीस लाख फूंकने के बाद भी कालेज के कॉन्फ्रेंस हाल का निर्माण अधूरा

राजनांदगांव. निर्माण कार्यों के आड़ में किस तरह पैसा पानी की तरह बहाया जाता है. इसका ताजा उदाहरण दिग्विजय कालेज में देखने को मिल सकता है. पिछले आठ साल से पचास लाख रूपए की लागत से बनने वाला कांफ्रेस हाल अधूरा बनकर खंडहर में तब्दील हो रहा है. हैरानी की बात यह है कि सिर्फ कच्चे ईंट की दीवार खड़े कर तीस लाख रूपए फूंक दिए गए है हालात यह है कि बारिश के पानी से दीवार धूल गई है और ईंट के बीच सिर्फ रेत ही रह गई हैं. अगर प्रशासन द्वारा जांच कराई जाए तो अफसर और ठेकेदार के बीच सांठगांठ के चलते भ्रष्टाचार की पोल खुल सकती हैं.

दिग्विजय कालेज की प्राचार्या ने बताया कि कांफ्रेस हाल के निर्माण का प्रस्ताव कालेज प्रबंधन द्वारा दिया गया था. लेकिन जब निर्माण किया गया तो निगम ने डिजाइन बदल दिया और खुले कांफ्रेस हाल बनाने के बजाय इसे रूम की तरह बना दिया गया है. वर्तमान में ठेकेदार ने यहां कच्चे ईंट से दीवार खड़ी कर दी है. जिसके बाद न प्लास्टर किया गया और न ही टाइल्स लगाई गई है. हालात यह है कि अब तक तीस लाख रूपए फूंकने के बाद दीवार को पिल्हर खंडहर में तब्दील होने लगी है. इतनी बड़ी लापरवाही के बाद भी जिम्मेदारी तय नही की गई है.

जानकारी अनुसार इसका निर्माण वर्ष 2017 से किया जा रहा है. इसके लिए शुरूआत में करीब 37 लाख रूपए स्वीकृत किए गए थे. इस बीच कालेज प्रबंधन ने डिजाइन बदलने का प्रस्ताव दिया था. जिसके बाद लागत करीब 50 लाख रूपए तक पहुंच गई थी. लेकिन नगरनिगम ने कालेज प्रबंधन के प्रस्ताव को दरकिनार कर कांफ्रेस हाल के बजाय रूम की तरह इसका निर्माण किया जा रहा है. कालेज प्रबंधन की तो कांफ्रेस हाल उनकी प्राथमिकता थी, अब रूम की तरह निर्माण किए जाने से यह किसी काम का नही रहेगा.