Rajnandgaon News Update : राजनांदगांव. शेयर मार्केट में 2 साल में पैसे डबल करने का झांसा देकर 18 लाख रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. जांच की जा रही है.

बसंतपुर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी मुकुंद पांडे पिता कल्याण गोविंद पांडेय उम्र 56 वर्ष निवासी दुर्ग ने थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया कि वह टॉप वर्थ पावर प्लांट रसमड़ा जिला दुर्ग में कार्य करता है. जहां गोकुलधाम सोसायटी गोकुल नगर राजनांदगांव के थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर धनीराम सिन्हा का आना-जाना लगा रहता था. धनीराम ने अपने को शेयर मार्केट का जानकारी बात कर दो साल में रकम दोगुनी करने का झांसा दिया. प्रार्थी का कहना है कि वह धनीराम के झांसे में आकर 15 मार्च 2023 को कल्पना पांडे और अंजू साहू के साथ धनीराम के निवास गोकुलधाम सोसायटी गया जहां धनीराम के झांसे में आकर अपने एक्सिस बैंक के खाते से 18 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से उसके खाते में ट्रांसफर किया. निर्धारित समय बित जाने के बाद भी जब रिस्पांस नहीं मिला तब उसने पैसे वापस मांगे. इस पर आरोपी धनीराम पैसे आज देता हूं, कल देता हूं कह कर टालमटोल करता रहा और आखिरकार फरार हो गया. शिकायत पर पुलिस ने आरोपी धनीराम सिन्हा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. जांच की जा रही है.

राजनांदगांव ब्लाक में पिछले साल से 350 रजिस्ट्री कम

राजनांदगांव. राज्य शासन द्वारा कलेक्टर दर में तीस फीसदी छूट बंद कर भले ही राजस्व में इजाफा कर लिया गया है. लेकिन दूसरी ओर रजिस्ट्र के आंकड़े पर गौर करे तो राजनांदगांव, खैरागढ़, छुईखदान जैसे ब्लाको में रजिस्ट्री में गिरावट आई है. हांलाकि अन्य ब्लाको में तेजी भी बनी हुई हैं. पिछले साल के अपेक्षा इस बार 788 रजिस्ट्री अधिक दर्ज की गई हैं.

जानकारी अनुसार राज्य शासन द्वारा पिछले दो साल से कलेक्टर दर में तीस फीसदी छूट समाप्त कर दिया गया हैं. जिसके चलते ही पिछले साल 43 करोड़ 20 लाख से बढ़कर राजस्व इस बार 51 करोड़ 79 लाख रूपए खजाने में राजस्व मिले है, इस तरह जिला पंजीयक को करीब 12 करोड़ रूपए से अधिक का राजस्व इस बार प्राप्त हुआ है. राजनांदगांव की ही बात करे तो ब्लाक में पिछले साल से 340 रजिस्ट्री कम हुई है. जबकि राजस्व 43 करोड़ से बढ़कर 51 करोड़ प्राप्त हुआ है. इससे स्पष्ट है कि तीस फीसदी छूट बंद करने से खजाने में राजस्व अधिक आई हैं. हांलाकि जमीन से जुड़े लोगों का कहना है कि, सरकार द्वारा पांच डिसमिल से कम की छोटी जमीन की बिक्री पर रोक लगाई गई है. जिससे खरीदी बिक्री में कमी आई हैं. जिला पंजीयक से

जानकारी के मुताबिक, पिछले साल अप्रैल माह से नवंबर तक जिला पंजीयक को तीनों जिले से 70 करोड़ 67 लाख 25 हजार रूपए राजस्व मिला था, जबकि इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 82 करोड़ 27 लाख पहुंच गया हैं. इस तरह गत वर्ष की तुलना में इस बार राजस्व में 11 करोड़ 59 लाख 76 हजार रूपए की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई हैं.

सात साल बाद बढ़ी कलेक्टर दर, मांगे फिर सुझाव

राज्य शासन द्वारा पूरे सात साल बाद अचानक कलेक्टर दर बढ़ाए गए है. जिसे लेकर रियल स्टेट कारोबार और जमीन खरीददारों में खलबली मची है. इसमें राहत देते हुए विगत दिनों शासन द्वारा प्लैट और स्लैब रेट पूर्व की तरह कर दी है. हांलाकि कलेक्टर दर बढ़े अनुसार लागू है, जिसे लेकर लोगो में नाराजगी है. हांलाकि शासन द्वारा 31 दिसंबर तक प्रदेशभर के जिला पंजीयको से सुझाव मांगे गए हैं.

तीन ब्लाक में रजिस्ट्री कम, लेकिन राजस्व ज्यादा

जानकारी के अनुसार, राजनांदगांव में पिछले साल अप्रैल से नवंबर तक 6845 रजिस्ट्री दर्ज की गई थी. जबकि इस साल यह कम होकर 6505 ही रही. वहीं खैरागढ़ में पिछले साल 2694 रजिस्ट्री हुई, जो घटकर 2690 हो गई. छुईखदान में भी 1259 से कम होकर 1226 हो गई. जबकि राजस्व की बात करे तो राजनांदगांव में 43 करोड़ से बढ़कर 51 करोड़, खैरागढ़ में 8 करोड़ चार लाख से बढ़कर 9 करोड़ 11 लाख और छुईखदान में 4 करोड़ 40 लाख से 4 करोड़ 53 लाख रूपए हो गया. इसी तरह डोंगरगढ़ में 1498 से 1567 रजिस्ट्री बढ़ी हैं. डोगरगांव में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी होकर 721 से 1466 रही. छुरिया 1027 से 1151 व अंबागढ़ चौकी में 416 से 555 और मोहला 279 से 314, गंडई 818 से बढ़कर 871 रजिस्ट्री हुई हैं.

फसल बीमा में फर्जीवाड़ा करने वाले 2 गिरफ्तार

छुरिया. खेत में केले की फसल लगी होने के बाद चना बोने का झूठा विवरण प्रस्तुत कर फर्जी फसल बीमा कराकर बीमा राशि अंतरित कराने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अमित वर्मा पिता संतोष वर्मा निवासी मासूल थाना घुमका और परमेश्वर साहू पिता प्रकाश साहू निवासी खूंटा छुरिया शामिल है.

जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक छन्नी साहू ने गत 8 सितंबर को शिकायत में बताया था कि ग्राम आमगांव स्थित रैलिस बायो एनर्जी प्रा. लिमिटेड के पार्टनर जय बग्गा, वैभव गोलछा एवं सुदर्शन वर्मा के नाम दर्ज 34 खसरा, लगभग 50 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर एक वर्ष से अधिक समय से केले की फसल लगी थी. उक्त भूमि पर वर्ष 2024-25 में चना फसल दर्शाकर फसल बीमा कराया गया तथा बिना फसल कटाई एवं पंचनामा के कृषि विभाग के अधिकारी, पटवारी एवं बीमा एजेंट की कथित मिलीभगत से चना फसल का नुकसान होना बताकर 25 लाख से अधिक की बीमा राशि का भुगतान कराया गया.

आरोपियों ने जुर्म कबूला

पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देशन एएसपी राहुल देव शर्मा, एसडीओपी आशीष कुंजाम के मार्गदर्शन में छुरिया पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 13 दिसंबर को आरोपी अमित वर्मा और परमेश्वर साहू की तलाश कर हिरासत में लिया. पूछताछ करने पर दोनों ने अपराध करना स्वीकार किया. आरोपियों को 14 दिसंबर को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया.

जांच में फर्जीवाड़ा की पुष्टि

मामले के खुलासे के बाद कलेक्टर ने तहसीलदार विजय कोठारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यों का जांच दल गठित किया था. जांच दल द्वारा ने शिकायत के संबंध में संपूर्ण जांच पर अमित वर्मा ब्लॉक कोऑर्डिनेटर भारतीय कृषि बीमा कंपनी एवं सीएससी संचालक परमेश्वर साहू द्वारा कूटरचित दस्तावेज पोर्टल में प्रस्तुत कर और फर्जी फसल बीमा कराकर 23 लाख 28 हजार 944 रुपए को परमेश्वर साहू, गंगेश्वरी साहू और रुक्मणी कंवर के बैंक खाते में राशि अंतरण करा लेने पाए जाने पर कृषि विभाग ने आरोपियों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने निर्देश देने दिया था. वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी गौकरण प्रसाद सहाड़े ने घटना के संबंध में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने बाबत लिखित प्रतिवेदन मय दस्तावेज पेश किया था. पुलिस ने आरोपी अमित वर्मा एवं परमेश्वर साहू के विरुद्ध धारा 316 (5), 318 (4), 336 (2), 336 (3), 338, 340 (2), 61 (2) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया.