Rajnath Singh On Vande Mataram: राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 8 दिसंबर को संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा में) वंदे मातरम् पर चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी चर्चा में भाग लिया। हालांकि चर्चा के दौरान विपक्षी सांसद की टोका-टोकी से नाराज होकर भड़के राजनाथ सिंह सने सांसद को जमकर खरी-खोटी सुना दी। भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य के टोकने पर उन्होंने डांटने के स्वर में पूछा, ‘कौन बैठाएगा मुझे, क्या बात करते हो, चुप रहो?’ उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से कहा कि सदन की मर्यादा तोड़ने वाले ऐसे लोगों को रोकना चाहिए।

दरअसल चर्चा के दौरान राजनाथ सिंह कह रहे थे- सच्चाई यह है कि भारतीय मुस्लिमों ने बंकिमचंद्र के भाव को… तब तक सदन में कुछ सांसद शोर मचाने लगे। इस पर राजनाथ सिंह भड़क गए और जोर से कहा, ‘कौन बैठाने वाला है। कौन बैठाएगा। क्या बात करते हैं। अध्यक्ष महोदय, इनको रोकिए। संसद में चाहे जो बोले, सत्य से थोड़ा परे भी बोले। उस पर शोर-शराबा नहीं मचाना चाहिए। आप बाद में खड़े होकर उसका प्रतिकार कर सकते हैं। यह संदद की मर्यादा है और मैंने सदैव इसका ध्यान रखा है।

इससे पहले राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् के साथ हुआ अन्याय कोई अलग-थलग घटना नहीं, बल्कि तुष्टीकरण की राजनीति की शुरूआत थी, जिसे कांग्रेस ने अपनाया था और इसी राजनीति ने देश का विभाजन कराया। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह सच स्वीकार करना पड़ेगा कि वंदे मातरम के साथ जो न्याय होना चाहिए था, वह नहीं हुआ।

राष्ट्र गान और राष्ट्रीय गीत को एक समान दर्जा

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आजाद भारत में राष्ट्र गान और राष्ट्रीय गीत को एक समान दर्जा देने की बात थी, लेकिन (राष्ट्रीय गीत) वंदे मातरम् को खंडित किया गया। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह धरती, (बंगाल) जिस पर वंदे मातरम् की रचना हुई, उसी धरती पर कांग्रेस ने इसे खंडित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् स्वयं में पूर्ण है लेकिन इसे अपूर्ण बनाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि इसका गौरव लौटाना समय की मांग और नैतिकता का तकाजा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर सोचना चाहिए कि क्या संविधान में नया दायित्व नहीं जोड़ा जा सकता कि राष्ट्रगान की तरह राष्ट्रगीत को सम्मान दिया जाए।

आनंद मठ कभी भी इस्लाम के खिलाफ नहीं

राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् और बंकिमचंद्र चटर्जी की पुस्तक आनंद मठ कभी भी इस्लाम के विरूद्ध नहीं था। उन्होंने दावा किया कि आज पश्चिम बंगाल से बहुत से परिवारों को पलायन करना पड़ रहा है और ऐसा तृणमूल कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति, घुसपैठियों को शरण देने की राजनीति के कारण हुआ है।

यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m