तमिलनाडु में भगवान का दर्जा रखने वाले रजनीकांत ने राजनीति में संकेत आने के संकेत दिए हैं. उनके संकेत के बाद यही कयास लगाए जा रहे हैं कि वो राजनीति में आने पर अपनी पारी किसके साथ शुरु करेंगे. चर्चाएं दो तरह की हैं. पहली चर्चा है कि वो बीजेपी से अपनी पारी की शुरुआत करें. दूसरा, नई पारी नई पार्टी से शुरु करें.

तमिलनाडु में अपने पैर जमाने की कोशिशों में जुटी बीजेपी जी-जान से रजनीकांत को अपनी पार्टी में लाने में जुटी है. इसकी वजह है कि रजनीकांत के आने से पार्टी की राज्य में जबरदस्त शुरुआत होगी. जबकि आरएसएस के विचारक गुरुमूर्ति रजनीकांत को राजनीति में लाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

दरअसल रजनीकांत ने एक ट्वीट और बयान से राजनीति में आने के संकेत दिए थे. रजनीकांत के ताजा बयानों से लग रहा है कि वे जल्द ही इससे जुड़ा कोई ऐलान कर सकते हैं. रजनीकांत ने शुक्रवार को इशारा करते हुए कहा, “यह सिस्टम सड़ चुका है और इसमें बदलाव के लिए बड़े सुधार की जरूरत है.”

राजनीति में रजनीकांत के आने की अटकलों के बाद ही तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम काफी प्रफुल्लित नजर आए. अपनी खुशी का इजहार करते हुए कहा कि वो एक अच्छे इंसान हैं और यदि वो पॉलिटिक्स में आते हैं, तो उनका स्वागत है.

सूत्रों के मुताबिक संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति बीजेपी और रजनीकांत को एक मंच पर लाने के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं. गुरुमूर्ति के मुताबिक तमिलनाडु में रजनीकांत को हर उम्र के लोग चाहते हैं और मौजूदा वक्त में जिस दौर से राज्य की राजनीति गुजर रही है, ऐसे में रजनीकांत को राजनीति में आने से वो बड़ी ताकत बनकर उभरेंगे.