अमृतसर. पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कत्ल के आरोपी बलवंत सिंह रजोआणा को मेडिकल जांच के लिए पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान, उनकी लगभग एक घंटे तक जांच की गई। उन्होंने कहा कि वह 30 साल से जेल में हैं। इस संबंध में केंद्र सरकार को फैसला लेना चाहिए। फैसले में देरी भी अन्याय है। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह अकाली थे और अकाली दल के साथ ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि 2027 में पंजाब में शिरोमणी अकाली दल की सरकार बनेगी।
इस दौरान, उन्होंने अपनी राजनीतिक वफादारी दोहराते हुए कहा कि वह पहले भी शिरोमणी अकाली दल का हिस्सा थे, आज भी हैं और भविष्य में भी इसी तरह रहेंगे। साथ ही, उन्होंने सिख संगठनों और राजनीतिक पार्टियों से एकजुट होकर 2027 में अकाली दल की सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक एकता समय की जरूरत है। सभी को पंजाब और सिख समुदाय के हित में एकजुट होना चाहिए।

बेअंत सिंह कत्ल का आरोपी रजोआणा
31 अगस्त 1995 को पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह का कत्ल किया गया था। रजोआणा के अनुसार, उन्होंने और पंजाब पुलिस के पूर्व कर्मचारी दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को मानव बम से उड़ाया था। दिलावर सिंह ने मानव बम बनकर पूर्व CM पर हमला किया था। इस साजिश को बड़े तरीके से रचा गया था कि अगर दिलावर इस हमले में असफल हो जाता, तो रजोआणा द्वारा उस पर हमला किया जाना था। अदालत ने रजोआणा को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी।
- छत्तीसगढ़: बैक-टू-बैक दवा और मेडिकल उपकरण हो रहे फेल, CGMSC ने अब सर्जिकल ग्लव्स के उपयोग और वितरण पर लगाई रोक
- सचिवालय में व्यय समिति की बैठक : मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश, कहा- निर्माण कार्यों में वित्तीय अनुशासन बनाए रखें
- मध्यप्रदेश आएं उद्योग लगाएं: CM डॉ मोहन ने राजस्थान के उद्यमियों को MP में किया आमंत्रित, 18 नए औद्योगिक नीतियों और प्रोत्साहनकारी प्रावधानों की दी जानकारी
- देश की पहली किन्नर MLA पर चोरी का आरोप: युवक बोला- पैसे न देने पर छीनी सोने की बाली, BJP नेता के बेटे के जन्म पर बधाई लेने पहुंची थी
- वेटिंग लिस्ट में थी नंबर 1, लेकिन पद रिक्त होने पर भी नहीं मिली ज्वाइनिंग, अब हाईकोर्ट ने 6 सप्ताह में नियुक्ति देने का दिया आदेश