लाेकसभा के बाद ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर राज्यसभा में चर्चा की जा रही है. राज्यसभा में मंगलवार शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सदन को संबोधित किया. उन्होंने अपने भाषण में देश की प्रगति पर भारतीय संविधान के परिवर्तनकारी प्रभाव का जिक्र किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने BJP पर संविधान बदलने के विपक्ष के आरोप पर हमला करते हुए कहा कि ‘संविधान में ही संविधान संशोधन का प्रावधान’ है. साथ ही गृह मंत्री शाह ने वामपंथी दलों पर भी संसोधन पर चुटकी ली. वामदलों पर तंज कसते हुए कहा कि ‘ये जो अधिकारों की गु​हार लेकर घूमते हैं, मेरे कम्युनिस्ट (communist) भाई, मैं उनको पूछना चाहता हूं- किसके साथ बैठे हो? रात में अंधेरा करके कभी अपने आत्मा को टटोलना भईया, मालूम पड़ेगा. और 39वां संविधान संशोधन रेट्रोस्पेक्टिव इफेक्ट से किया गया, जिसका मतलब है कि कोई पुराना भी मुकदमा है, तो वो खारिज हो जाएगा. ऐसा कहीं होता है?

‘ED-CBI दे दो 3 घंटे में सबको जेल भेज दूंगा’: राज्यसभा में बोले AAP सांसद, भ्रष्टाचार पर कही ये बड़ी बात

इस दौरान अमित शाह ने 39वें संविधान संशोधन का जिक्र किया और वामपंथी दलों निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ’39वां संविधान संशोधन इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में हुआ था. यह क्यों किया गया था? संसाेधन के दौरान इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इंदिरा गांधी के चुनाव को निरस्त कर दिया था. उनके द्वारा संविधान में संशोधन करके प्रधानमंत्री पद की न्यायिक जांच पर प्रतिबंध लगा दिया… मतलब आपको जो करना है करो, न्यायिक जांच नहीं हो सकती.’

राज्यसभा से अमित शाह LIVE: गृहमंत्री बोले- हमारा लोकतंत्र पहले से कहीं ज्यादा मजबूत, देश में लोकतंत्र की जड़ें पाताल तक गहरी

वामदलों की चुटकी लेते हुए केन्द्रीय मंत्री शाह ने आगे कहा हमारे प्रधानमंत्री तो कहते हैं, मैं पीएम नहीं प्रधानसेवक हूं. और कोई कहता है कि मुझ पर मुकदमा नहीं हो सकता, क्योंकि मैं शासक हूं. शासक के खिलाफ उंगली नहीं उठाई जाती, भले ही संविधान ने अधिकार दिया, वो अधिकार हम समाप्त कर देते हैं.’

‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर जानें राजनीतिक दलों की राय, किसने किया समर्थन और किसने किया विरोध

अमित शाह ने अब तक हुए संसोधनो के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा ने अपने 16 वर्षों के शासन में 22 संविधान संशोधन किया है, जबकि कांग्रेस ने 55 वर्षों के अपने शासनकाल में 77 संविधान संशोधन किया. यानी दोनों दलों ने अपनी सरकार के दौरान संविधान में बदलाव किए, लेकिन इन बदलावों के पीछे का उद्देश्य क्या था इसे जानना महत्वपूर्ण है.

‘एक देश-एक चुनाव’ का असदुद्दीन ओवैसी ने किया विरोध, क्षेत्रीय दलों के लिए कर दी बड़ी भविष्यवाणी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चर्चा के कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि देश की जनता और संविधान ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो कहते थे कि हम कभी आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं हो पाएंगे. ‘आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं. हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है.’ उन्होंने राज्यसभा में संविधान पर बहस में विपक्षी आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस पर हमला कर कहा कि ‘तानाशाही का घमंड तोड़ दिया’.