नई दिल्ली। बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने बिहार में होने वाले आगामी राज्यसभा उपचुनाव 2020 के लिए एक नाम पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है. पार्टी में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के नाम पर एक राय बनी है. यह जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने दी है.
दरअसल, ये सीट लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) रामविलास पासवान के निधन के बाद खाली हुई है. बिहार विधानसभा चुनाव में रामविलास पासवान ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा. इसलिए यह सीट अब भाजपा के पास चली गई.
बीजेपी के इस ऐलान के बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है. राजनीतिक पंडित कयास लगा रहे हैं कि सुशील मोदी अब राज्यसभा के रास्ते केंद्र की सत्ता में जा सकते हैं. जहां उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव-2020 में एनडीए सरकार बनने के बाद सुशील मोदी को उप मुख्यमंत्री का पद नहीं मिला. इससे पहले वे 13 साल तक उप मुख्यमंत्री थे. सुशील मोदी 1990 में पटना सेंट्रल विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. 1996 से 2004 के बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे.
पटना हाईकोर्ट में उन्होंने लालू प्रसाद के खिलाफ जनहित याचिका डाली जिसका खुलासा चर्चित चारा घोटाले के रूप में हुआ था. 2005 में बिहार चुनावों में एनडीए को बहुमत मिला. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने तो सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली थी.