रायपुर। राज्यसभा सांसद सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि बस्तर संभाग छत्तीसगढ़ का अति पिछड़ा इलाका है, जहां से रायपुर तक केवल सड़क मार्ग से ही जाया जा सकता है. बस्तर संभाग के पिछड़ेपन के सबसे प्रमुख कारणों में से एक यातायात के अल्प साधन ही हैं. इससे यहां पर्यटन की संभावनाओं पर भी ग्रहण लग गया है. केन्द्र सरकार ने बस्तर संभाग में यात्री परिवहन की अधिकता को देखते हुए सिंगल लेन के चौड़ीकरण और उन्नयन की स्वीकृति दी थी. लेकिन बस्तर में फोर लेन की आवश्यकता है.

सांसद नेताम ने यह भी कहा कि केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारत माला परियोजना के तहत रायपुर, विशाखापट्टनम एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी है. यह एक्सप्रेस-वे बस्तर संभाग के कांकेर और कोंडागांव तक तो आ गया है, लेकिन इसमें भी जगदलपुर-नगरनार मार्ग को शामिल नहीं किया गया है.

वर्तमान में 700 करोड़ रूपए की लागत से रायपुर से धमतरी तक फोरलेन सड़क बनाने का कार्य किया जा रहा है. जिससे रायपुर से धमतरी तक तो यातायात सुगम हो जाएगा, लेकिन धमतरी से जगदलपुर तक टू-लेन सड़क होने के कारण समस्याऐं यथावत बनी रहेंगी. सांसद फूलोदेवी नेताम ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि धमतरी से बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर तक फोर लेन सड़क बनाई जाए. जिससे क्षेत्र का विकास संभव हो सकेगा.