रायपुर। राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने संसद में विशेष उल्लेख नियम के माध्यम से छत्तीसगढ़ को उर्वरक आपूर्ति कम किए जाने का मुद्दा उठाया. फूलोदेवी नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान प्रदेश है, जहां की 80 प्रतिशत आबादी खेती से जुड़ी है. खरीफ के अन्तर्गत धान और अन्य अनाज लगभग 40.5 लाख हेक्टेयर, दलहन 3.76 लाख हेक्टेयर, तिलहन 2.55 लाख हेक्टेयर और अन्य फसल 1.32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की जाती है.
राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने केन्द्र सरकार से 11.75 लाख मीट्रिक टन रसायनिक उर्वरक की मांग की थी, जिसे स्वीकृति भी दे दी गई थी, लेकिन फिर भी केन्द्र सरकार ने जून महीने में सप्लाई प्लान के अनुसार उर्वरक आपूर्ति केवल 51 प्रतिशत ही की है.
फूलोदेवी नेताम ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री को पत्र लिखकर खाद की मांग की थी. जिसके अनुसार उर्वरक प्रदान करने और जुलाई महीने में नीम कोटेड यूरिया न्यूनतम 1.50 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 1.50 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त आवंटन करने के लिए पत्र भी लिखा गया है.
फूलोदेवी नेताम ने मांग की है कि किसानों के हित में खरीफ 2021 में छत्तीसगढ़ की मांग और सप्लाई प्लान के अनुसार उर्वरक की आपूर्ति जल्द की जाए. जिससे खरीफ फसल प्रभावित ना हो और छत्तीसगढ़ के किसानों को राहत मिल सके.
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