अमृतसर. किसानों की 13 मांगों को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर जारी आमरण अनशन आज 18वें दिन में प्रवेश कर गया है। इस आंदोलन को अब संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का भी समर्थन मिल रहा है। 13 दिसंबर को SKM के प्रमुख नेता राकेश टिकैत डल्लेवाल से मिलने खनौरी पहुंचे।
टिकैत ने क्या कहा ?
राकेश टिकैत ने डल्लेवाल से मुलाकात के दौरान कहा, “सिख समुदाय कभी भी कुर्बानियों से डरता नहीं है। डल्लेवाल हमारे वरिष्ठ किसान नेता हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक अनशन जारी रहेगा। अगर जरूरत पड़ी, तो दिल्ली को दोबारा घेरना पड़ेगा।” टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज के शासक जनता के हित में काम नहीं कर रहे हैं। इस बीच, अंबाला के एसपी ने बयान दिया कि किसानों को बिना अनुमति आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

डल्लेवाल की हालत पर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्थिति पर गंभीरता दिखाते हुए पंजाब और केंद्र सरकारों को सख्त निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल को तुरंत चिकित्सा सहायता दी जाए और उन्हें जबरन भोजन कराने की कोशिश न की जाए। अदालत ने यह भी कहा कि डल्लेवाल की जिंदगी आंदोलन से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
डल्लेवाल की सुरक्षा कड़ी
डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर पर सख्त सुरक्षा में रखा गया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति सीधे उनसे संपर्क न कर सके। धरनास्थल पर धार्मिक आयोजन भी किए जा रहे हैं, और आंदोलन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। यह आंदोलन किसानों की मांगों को लेकर बढ़ते तनाव और उनकी समस्याओं को सुलझाने में हो रही देरी को उजागर करता है।
- राजधानी में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू करने बनी समिति, ADG की अध्यक्षता में 7 IPS अधिकारी तैयार करेंगे ड्राफ्ट…
- नेपाल हिंसाः पीएम केपी ओली के चीन या दुबई भागने की आशंका, प्रधानमंत्री आवास के पास उतरे चार हलीकॉप्टर, प्रदर्शनकारियों ने PM KP Oli समेत 6 मंत्रियों के निजी आवास में लगाई, देखें वीडियो
- हवलदार की हार्ट अटैक से मौत: ड्यूटी के दौरान जिला अस्पताल में तोड़ा दम, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
- भाजपा नगर परिषद अध्यक्ष पर जानलेवा हमला: ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश, छलांग लगाकर बचाई जान, CM से लगाई सुरक्षा की गुहार
- ‘लोगों को मेरा नाम-फोटो यूज करने से रोकें’; ऐश्वर्या राय बच्चन ने दिल्ली हाईकोर्ट से मांगी व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा