लखनऊ। अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर का निर्माण इस महीने की मकर संक्रांति से शुरू कर दिया जाएगा। जो तीन साल तक अनवरत चलेगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के महासचिव व विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि मकर संक्रांति को रामलला के मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। दिसंबर 2023 तक मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने वाराणसी के विहिप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में ये जानकारी दी और राम मंदिर निर्माण से जुड़े सवालों के जवाब दिया।
विहिप नेता चंपत राय ने बताया कि नींव की मजबूती को लेकर इस समय गहन विचार विमर्श किया जा रहा है। इसमें आईआईटी मुंबई, गुवाहाटी, चेन्नई, रुड़की, एनआईटी सूरत, टाटा और एल एंड टी के विशेषज्ञ शामिल हैं। राम मंदिर की सुरक्षा को कई पहलुओं से देखा जा रहा है। भगवान राम का गर्भगृह जहां बनना है उसके नीचे की भूमि बलुई मिट्टी वाली है। इसको ध्यान में रखते हुए पत्थर, कंक्रीट और तांबे का ही इस्तेमाल किया जाएगा। पांच एकड़ में मंदिर का परकोटा होगा और बाकी क्षेत्र में भी निर्माण का खाका तैयार हो चुका है।