रायपुर. 94.3 माय एफएम एवं छत्तीसगढ़ शासन की ओर से आयोजित पहल राम पथ से राम वन में राम वन गमन पथ भ्रमण कर वहां की पवित्र मिट्टी माय एफएम के आरजेस एवं टीम एकत्रित कर रही है. इस मिट्टी से छत्तीसगढ़ के चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर में वृक्षारोपण कर भगवान श्रीराम के वनवास के समय को अमर कर लोगों के सामने पुनर्जीवित किया जाएगा. कल तुरतुरिया के अलावा माय एफएम की एक टीम और आरजे अंजनी के साथ राजिम पहुंची, जहां इस रथ की स्थानीय लोगों एवं जनप्रतनिधियों ने पूजा अर्चना की.

बता दे कि यहां के प्रसिद्ध राजीव लोचन मंदिर में भगवान विष्णु प्रतिष्ठित हैं. प्रतिवर्ष यहां पर माघ पूर्णिमा से लेकर शिवरात्रि तक एक विशाल मेला लगता है. यहां पर महानदी, पैरी नदी तथा सोंढुर नदी का संगम होने के कारण यह स्थान छत्तीसगढ़ का त्रिवेणी संगम कहलाता है. संगम के मध्य में कुलेश्वर महादेव का विशाल मंदिर स्थित है. कहा जाता है कि वनवास काल में श्रीराम ने इस स्थान पर अपने कुलदेवता महादेव की पूजा की थी. राजिम का पौराणिक नाम कमल क्षेत्र था. ऐसी मान्यता है कि सृष्टि के आरम्भ में भगवान विष्णु के नाभि से निकला कमल यहीं पर स्थित था और ब्रह्मा जी ने यहीं से सृष्टि की रचना की थी, इसलिए इसका नाम कमलक्षेत्र पड़ा.

राजीव लोचन मंदिर के ठीक सामने छत्तीसगढ़ शासन एवं टूरिस्म बोर्ड की ओर से राम वाटिका बनाई गई है. साथ ही पर्यटकों के लिए मंदिर के ठीक सामने भगवान श्रीराम की 25 फीट राम मूर्ति है. कल राम वाटिका में विधायक अमितेष शुक्ला के हाथों वृक्षारोपण किया गया. इसके अलावा राजिम के इंग्लिश मीडियम स्वामी आत्मानंद स्कूल में भी पौधारोपण किया गया और बच्चों, पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को इस पहल के बारे में जागृत कर राम इतिहास से अवगत कराया गया.

राजिम की पावन मिट्टी एकत्रित की गई और इसी मिट्टी से चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर में वृक्षारोपण किया जाएगा. कल राजिम में इस कार्यक्रम के दौरान कृषि उपज मंडी अध्यक्ष राम कुमार गोस्वामी, कृषक सेवा सहकारिता समिति अध्यक्ष विकास तिवारी, सेक्टर अध्यक्ष अरविंद यदू, नगर पंचायत उपाध्यक्ष कुलेश्वर साहू, विधायक प्रतिनिधि राजीव लोचन महाविद्यालय रामकुमार साहू, देवी संपदा स्कूल अध्यक्ष, प्रकाश साहू, मछुवारा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष साधु राम निषाद, नगर साहू समाज अध्यक्ष भवानी शंकर साहू, सरपंच सुंदर साहू, जोन अध्यक्ष एल्डरमैन गिरीश राजानी एवं आत्मानंद स्कूल प्रिंसिपल संजय एक्का आदि उपस्थित थे.