Rama Ekadashi: एक माह में दो बार एकादशी व्रत रखा जाता है. ऐसे में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी यानी रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर सोमवार को रखा जाएगा. एकादशी तिथि 27 अक्टूबर 2024 को सुबह 05:23 बजे शुरू होगी और 28 अक्टूबर 2024 को सुबह 07:51 बजे तक रहेगी. रमा एकादशी व्रत 28 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा. पारण का समय: 29 अक्टूबर 2024, द्वादशी तिथि को प्रातः 06:23 बजे से प्रातः 08:35 बजे तक पारण किया जा सकता है. रमा एकादशी का व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इस बार रमा एकादशी पर बहुत ही शुभ योग बन रहा है. इसलिए इस व्रत को रखने से व्रत का दोगुना फल मिलता है.

क्या है हरिवासर योग

धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब एकादशी तिथि उदया तिथि से दो दिन मिलती है. अतः हरिवासर योग बनता है. इस बार भी ऐसा ही संयोग बन रहा है कि 27 तारीख को उदया तिथि से एकादशी प्रारंभ होगी और अगले दिन 28 तारीख को भी उदय काल में ही एकादशी तिथि रहेगी. जो लोग हरिवासर योग के अनुसार व्रत करते हैं उन्हें रमा एकादशी व्रत का अनंत गुना फल मिलता है.

Rama Ekadashi का महत्व

कार्तिक कृष्ण की एकादशी का नाम ‘रमा’ है. ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार रमा एकादशी का व्रत करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. उनकी कहानी का सार यह है कि – ‘प्राचीन काल में मुचुकुंद नाम का एक राजा बड़ा धार्मिक व्यक्ति था. उसके इंद्र, वरुण, यम, कुबेर और विभीषण जैसे मित्र और चंद्रभागा जैसी पुत्री थी. उनका विवाह दूसरे राज्य के शोभन से हुआ था. विवाह के बाद जब वह अपने ससुर के घर गई तो उसने देखा कि वहां के राजा ने उसे एकादशी व्रत का पालन कराकर ढोल बजवाया है, जिससे उसका पति प्रसन्न हो गया. यह देखकर चंद्रभागा ने अपने पति को समझाया, ‘इसमें कौन सी बड़ी बात है?’ हमारे यहां हाथी, घोड़े, गाय, बैल, भैंस, बकरी और भेड़ को भी एकादशी करनी पड़ती है और इसलिए उस दिन उन्हें चारा भी नहीं दिया जाता है.’