आस्ट्रेलिया. एक टीवी चैनल को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि आस्ट्रेलिया और छत्तीसगढ़ के बीच स्किल डेवपलमेंट के साथ साथ खनन के क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ को बिजनेस फ्रेंडली स्टेट बताते हुए कहा कि राज्य निवेश के लिए सबसे अच्छे डेस्टीनेशन में से एक है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि काम के दम पर वे लोकसभा की सारी सीटें भाजपा की झोली में डालने में कामयाब होंगे.
छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आस्ट्रेलिया पहुंचे रमन सिंह ने एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि आस्ट्रेलिया और छत्तीसगढ़ के बीच सहयोग की काफी संभावनाएं हैं. रमन ने कहा कि आस्ट्रेलिया में बड़े स्तर पर कोल, आयरन ओर व बाक्साइट का खनन हो रहा है. खनन में सेफ्टी के जो उच्च स्टैंडर्ड आस्ट्रेलिया में अपनाए जा रहे हैं उन्हें छत्तीसगढ़ में लागू किए जाने की जरुरत है. रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनन के क्षेत्र में आस्ट्रेलिया की तकनीक व उनके विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा सकती हैं व हम इस क्षेत्र में आस्ट्रेलिया से सहयोग लेंगे.
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटीज के साथ सहयोग करने व गठबंधन करने की योजना पर उनकी टीम काम कर रही है. स्किल डेवलपमेंट के आदान प्रदान पर हमारा फोकस है क्योंकि राज्य के 27 जिलों में एक लाख बच्चों को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिग दी जा रही है. आगे इसका विस्तार करने के लिए हमने आस्ट्रेलिया के साथ मेमोरैंडम आफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन किया है. आस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटीज के साथ समझौता कर हम राज्य के युवाओं को ट्रेंड करने के लिए उनकी मदद से मास्टर ट्रेनर तैयार करेंगे.
रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ नया राज्य है, उसके बारे में लोगों को बताने के लिए हम संवाद कर रहे हैं. हमारा आस्ट्रेलिया का दौरा भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है. उन्होंने कहा कि हमारी इकानमी सात फीसदी से भी ज्यादा की तेजी से ग्रोथ कर रही है. स्मार्ट सिटी के कांसेप्ट को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. इस कांसेप्ट को और डेवलप करने में आस्ट्रेलिया के विशेषज्ञों से हमें मदद मिलेगी.
रमन ने निवेशकों को संदेश देते हुए कहा कि इनवेस्टमेंट के लिए कोई भारत आ रहा है तो उसे छत्तीसगढ़ का रुख करना चाहिए. छत्तीसगढ़ में सरप्लस पावर है, स्किल्ड मैनपावर है, लेबर है, लैंड है, वाटर है, इसके साथ ही देश के सभी हिस्सों के साथ हमारी बेहतर कनेक्टिविटी है. उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के लिए जो लोग निवेश करना चाहते हैं उनको छत्तीसगढ़ में निवेश से काफी लाभ होगा. छत्तीसगढ़ निवेश के लिहाज से फ्यूचर डेस्टीनेशन है. जीएसटी के आने के बाद से छत्तीसगढ़ निवेशकों के लिए और भी बेहतर डेस्टीनेशन साबित होगा. उन्होंने कहा कि ईज आफ डूईंग बिजनेस में हमने बहुत रिफार्म किया है, लैंड रिफार्म करने के साथ लेबर एक्ट को लचीला बनाया गया है, इंडस्ट्रियल पालिसी में उद्योगपतियों को काफी रियायत दी गई है. खासकर नान पाल्यूटिंग इंडस्ट्री जैसे आईटी सेक्टर को निवेश पर काफी रियायतें दी गई हैं. इतना ही नहीं 2014 से 2019 के लिए बनाई गई औद्योगिक पालिसी में सरकार ने निवेशकों को बहुत रियायत दी है. पावर ड्यूटी में भी रियायत दी गई है, ऐसे क्लस्टर बनाए गए हैं जहां कोई भी उद्योगपति बिना किसी लालफीताशाही के निवेश कर सकता है और आसानी से अपना उद्योग स्थापित कर सकता है. इसके लिए विशेष तौर पर अधिकारियों को तैनात किया गया है.
माओवादी हिंसा के बारे में पूछे गए सवाल पर रमन ने कहा कि 2003 में सीएम बनने से लेकर आज तक के माहौल में काफी बदलाव आया है. पहले जहां बस्तर और सरगुजा नक्सलवाद के दंश से प्रभावित था वहीं आज सरगुजा पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त हो चुका है. आज बस्तर में सीमित क्षेत्र में नक्सल गतिविधियां सिमट गई हैं. हम तेजी से विकास कार्य इन क्षेत्रों में कर रहे हैं. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया गया है. हमारे कामों को जनता का भी पूरा सहयोग है. उम्मीद करते हैं कि अगले एक-दो साल में बस्तर में भी सरगुजा की तरह शांति होगी.
आगामी चुनावों के बारे में रमन से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने आश्वस्त होते हुए कहा कि हम चौथी बार भी सरकार बनाने जा रहे हैं. हमने जो इंफ्रास्ट्रक्चर छत्तीसगढ़ में डेवलप किया है और जो सुविधाएं लोगो को दी हैं उससे छत्तीसगढ़ सभी क्षेत्रों में विकास की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. ये विकास कार्यों का ही नतीजा है कि राज्य में एंटी इनकंबैंसी जैसा फैक्टर काम नहीं करने वाला है. हमने लोगों से जनसंपर्क करके लोक सुराज अभियान चलाया, लोगों की समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर करने का काम किया जा रहा है. इतना ही नहीं हम इस योजना की लगातार मानीटरिंग भी कर रहे हैं, हम कोशिश कर रहे हैं कि आम आदमी के जीवन से जुड़ी छोटी छोटी दिक्कतों को दूर कर सकें.
बेहद आश्वस्त होते हुए रमन ने कहा कि जैसे 2003, 2008 और 2013 में हमने राज्य विधानसभा के चुनाव जीते हैं, हम इस बार भी चुनाव जीतेंगे. खास बात ये है कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में केंद्र में भाजपा की सरकार होगी जिसका मनोवैज्ञानिक लाभ हमें मिलेगा. इस बार हालात अलग होंगे क्योंकि विधानसभा चुनावों के दौरान पहले केंद्र में कांग्रेस की सरकार होती थी इस बार केंद्र में पहली बार भाजपा की सरकार होगी. निश्चित तौर पर नरेंद्र मोदी के केंद्र में होने का फर्क छत्तीसगढ़ पर भी पड़ेगा. इस बार हम एक और एक दो नहीं होंगे बल्कि एक औऱ एक ग्यारह होने वाले हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी लोकसभा की 11 में से 11 सीटें जीतने में सफल रहेगी. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ में 65 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य को पार्टी बेहद आसानी से हासिल कर लेगी.