रायपुर। शिक्षक भर्ती की रुकी प्रक्रिया को शुरू कराने के लिए आंदोलनरत युवाओं के पक्ष में ट्वीट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि युवा झूठे आश्वासन, झूठे आंकड़े और बहाने नहीं, रोजगार चाहते हैं. लाठी-डंडे से उनकी आवाज दबा नहीं सकते. युवाओं को उनका हक देना ही पड़ेगा.

डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि “नौकरी मांगो तो बहाने हजार हैं, खजाना खाली है, हम कर्जदार हैं, हक मांगनें सड़क पर आओगे तो,
सरकार कहती है डंडा तैयार है.” साथ ही उन्होंने सीएम भूपेश बघेल को टैग करते हुए युवाओं की आवाज लाठी-डंडे से दबा नहीं सकते. उन्हें युवाओं को उनका हक देना ही पड़ेगा.

रमन सिंह बेरोजगारों से मांगे माफी

डॉ. रमन सिंह के ट्वीट पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें (डॉ. रमन सिंह) और भाजपा को प्रदेश के 25 लाख पंजीकृत और 25 लाख पंजीकृत बेरोजगारों से माफी मांगनी चाहिए. यह 50 लाख बेरोजगार भाजपा शासन के समय के हैं. छत्तीसगढ़ राज्य में उद्योग और विदेशी कंपनियों को लाकर रोजगार देने के लिए डॉ रमन सिंह और उनके मंत्री सहित तत्कालीन अधिकारीगण एवं उनके परिजन सरकारी पैसों से 15 सालों में अनेक देशों की यात्रा किए, लेकिन एक भी विदेशी निवेश और कल कारखानों की स्थापना नहीं हो पाई.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बेहद संजीदा है, और उन्होंने विभाग से सात दिनों के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है, लेकिन कोरोना महामारी के समय भाजपा नेता स्तरहीन राजनीति करने में उतारू हो चुके हैं. अगर डॉ सिंह प्रदेश के युवाओं के रोजगार के लिए संजीदा हैं तो उन्हें तत्काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्र सरकार के पास रिक्त तीस लाख पदों में से कम से कम तीन लाख पदों पर छत्तीसगढ़ के पढ़े-लिखे युवाओं को नियुक्त करने के लिए आग्रह करना चाहिए.