सुप्रिया पांडेय, रायपुर। सरकार की प्रताड़ना, दबाव और अलग-अलग नोटिस मिलने के बाद भी इतनी गर्मी में विद्युत संविदा कर्मी आंदोलन में डटे हुए हैं. जिनको आज ड्यूटी में होना था, उन्हें सरकार की गलत नीतियों की वजह से संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा. हमारे कार्यकाल में संविदा कर्मचारियों को कोई तकलीफ नहीं हुई. जनघोषणा पत्र भूल गई है, इस सरकार को नींद से जगाने का प्रयास किया जाएगा. यह बात पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संविदा विद्युत कर्मियों के आंदोलन को संबोधित करते हुए कही.

बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पर जारी विद्युत संविदा कर्मचारियों के आंदोलन पर पहुंचे डॉ. रमन सिंह ने आला अधिकारियों से कहा कि एक बात सुन ले यहां के कलेक्टर/अधिकारी इनमे से बहुत सारे आपके परिवार के भी लोग हैं, उन्हें नोटिस दिया जा रहा है. क्या जिलाधीश भूल गए कि प्रजातंत्र में अपनी बात रखने का अधिकार सबको है. आप धरना स्थल बदलो, या इन्हे दूसरी जगह बिठा दो, ये अधिकार प्रशासन को नहीं है. इनकी मांग का निराकरण होना चाहिए.

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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के मुख्यमंत्री चुनाव में लगे हैं. विद्युत कर्मचारी बिजली का काम करते हैं, वे बिजली गुल करने का काम भी कर सकते हैं. आप ऊर्जा मंत्री होने के नाते उनकी मांगों को सुनकर उसका निराकरण कीजिए. इसके साथ ही डॉ रमन सिंह ने विद्युत संविदा कर्मचारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि इनका साढ़े तीन साल का कार्यकाल पूरा चुका है, इनके पास ज्यादा दिन बाकी नहीं हैं, आने वाले समय में बीजेपी सत्ता में आती है तो आपकी मांगे पूरी होगी, मैं भरोसा देता हूं.