रायपुर। मध्य प्रदेश के राजनीतिक हालात पर रमन सिंह ने दावा किया है कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. इसलिए गर्वनर ने फ्लोर टेस्ट के लिए कहा था लेकिन कोरोना का बहाना करके विधानसबा की कार्यवाही को 26 तारीख तक के लिए स्थगित किया गया. रमन सिंह ने कहा मध्यप्रदेश में इसे दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि 22 विधायक जिन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीडिया के माध्यम से स्पष्ट रूप से कह दिया है कि वह कांग्रेस के सदस्य नहीं है उनके ऊपर कोई दबाव नहीं है उनके ऊपर कोई प्रेशर नहीं है. कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी, सिंधिया जी के साथ आने का निर्णय लिया है अब इसका एक ही उपाय हो सकता है कि फ्लोर टेस्ट में, जब बहुमत समाप्त हो गया है सरकार जा रही है तो उसका फ्लोर टेस्ट में ही निर्णय हो सकता है और फ्लोर टेस्ट के लिए हमने आग्रह किया है.

भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश के विधायकों ने कहा है कि गवर्नर एड्रेस का क्या मतलब है जब सरकार पूरी तरह से अल्पमत में आ गई है, स्पष्ट दिख रहा है. इसलिए गवर्नर ने कहा कि आज फ्लोर टेस्ट हो लेकिन वे कोरोना का बहाना करके विधानसभा की कार्यवाही को 26 तारीख तक स्थगित किया गया. इसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी न्यायालय की शरण में गई है, सुप्रीम कोर्ट गए हैं और सुप्रीम कोर्ट में निश्चित रूप से इस मामले को लेकर रिलीव मिलेगा, क्योंकि सरकार पूरी तरह से कानून विरोधी कार्य कर रही है? एक प्रकार से सरकार निश्चित रूप से जा चुकी है एक हफ्ते दो दिन चार दिन बचाने का जो प्रयास हो रहा है यह गलत तरीके से विधानसभा का दुरुपयोग किया जा रहा है.

गवर्नर द्वारा केन्द्र को सिफारिश करने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि यह जो 8 दिन का समय दे रहे हैं वह निश्चित रूप से इस प्रकार से उनके ऊपर दबाव बनाने के लिए है. गवर्नर निश्चित रूप से विधानसभा अध्यक्ष को सलाह देता है और विधानसभा की सलाह पर मेंडेंटली नहीं होता कि माना जाए. यह एक कानूनी पेचीदगी उसमें है, न्यायालय का निर्देश सबसे ऊपर रहेगा.