रायपुर. झीरम मामले को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह का बयान सामने आया है. पूर्व सीएम ने कहा कि जब NIA ने रिपोर्ट पेश कर दी, अब कांग्रेस को इसमे आगे काम करना था. लेकिन कांग्रेस को रिपोर्ट से मतलब नहीं है. सिर्फ राजनीति करने से मतलब है.
रमन सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार ने उस समय NIA का गठन किया था. मनमोहन सिंह ने 15 पृष्ठ की रिपोर्ट भी पेश की. लेकिन भूपेश बघेल को संतोष नहीं था. जांच को आगे बढ़ाना था, इसलिए हमने प्रशांत मिश्रा की अध्यक्षता में कमेटी बनाई. इनकी रिपोर्ट गवर्नर को प्रस्तुत किए. लेकिन भूपेश बघेल ने फिर 2 सदस्यीय कमेटी गठित की. ये पूरी प्रक्रिया थी. लेकिन जब देश की सबसे बड़ी संस्था NIA जांच कर रही तो इनको रिपोर्ट से कोई मतलब नहीं. सिर्फ राजनीति करने से मतलब है.
वहीं नए संसद भवन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपना दोहरा चरित्र न दिखाए. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का दोहरा चेहरा दिखता है. सोनिया गांधी, राहुल गांधी को बुलाया. जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा का भूमि पूजन किया, उस समय अनुसूचित जनजाति के गवर्नर को न पूछा गया, न बताया गया. ये अनुसूचित जनजाति का अपमान है. भारतीय जनता पार्टी ने सर्वोच्च स्थान पर सर्वोच्च सम्मान अनुसूचित जनजाति की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दिया तो कांगेस पार्टी को पच नहीं रहा.
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