रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भूपेश बघेल सरकार पर हमला बोलने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसमें चुनाव से पहले किए गए वायदे अमोघ अस्त्र साबित हो रहे हैं, जिसमें झीरम, बेरोजगारी, शराबबंदी जैसे वायदों की याद दिलाई है. वहीं इस ट्वीट पर कांग्रेस नेताओं ने भी पलटवार करते हुए रमन सिंह को उनके कार्यकाल की याद दिलाई है.
डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 20 अगस्त 2018 को किए ट्वीट का स्क्रीन शॉट लगाया है. जिसमें बेरोजगारी दूर करने के प्रति छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रतिबद्धता जताते हुए पूरे ब्लू प्रिंट के साथ तैयार रहने की बात कही गई थी. डॉ. सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा है कि चुनाव से पहले भूपेश बघेल के के पास झीरम के सबूत थे, रोजगार के लिए ब्लू प्रिंट था, शराबबन्दी के लिए योजना थी, रोजगार भत्ते के लिए पैसे थे और 2500 रुपए समर्थन मूल्य देने के पैसे थे, लेकिन जब से सरकार में आये हैं, तब से इनमें से कुछ नहीं है.
चुनाव से पहले @bhupeshbaghel जी के पास ये सब था?
-झीरम के सबूत थे
-रोजगार के लिए ब्लू प्रिंट था
-शराबबन्दी के लिए योजना थी
-रोजगार भत्ते के लिए पैसे थे
-₹2500 समर्थन मूल्य देने के पैसे थेजब से सरकार में आये हैं, तब से इनमें से कुछ नहीं है। pic.twitter.com/XtjdqXpdMV
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 5, 2020
36 में से 22 वायदों को किया पूरा
रमन सिंह के ट्वीट पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि वादा खिलाफी का लम्बा रिकार्ड बनाने वाले रमन सिंह किस नैतिकता से कांग्रेस सरकार से मात्र डेढ़ साल में ही वायदों का हिसाब मांग रहे हैं. कांग्रेस की सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डेढ़ साल में अपने जन घोषणा पत्र के 36 वायदों में से 22 को पूरा कर दिया है. कांग्रेस की सरकार को पांच साल के लिए जनादेश मिला है. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के जनघोषणा पत्र में पांच साल कार्यकाल में पूरा करने के लिए वायदा किया था, आने साढ़े तीन सालों में कांग्रेस की सरकार अपने सारे वायदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.