रायपुर। राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने लैलूंगा में कांग्रेस नेता और एल्डरमैन उनकी पत्नी की हत्या को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. अपराधियों के सामने घुटनों पर आ चुकी प्रदेश सरकार के फ़ेल्योर सिस्टम ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. नेताम ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस नेता और उनके परिजनों तक की ज़िंदग़ी सुरक्षित नहीं रह गई है, तो आम आदमी की स्थिति का अंदाज़ा लगाना क़तई मुश्क़िल नहीं है.

राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने ने सवाल किया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद से लगातार अपराधों में इज़ाफ़ा क्यों होने लगा है? एनसीआरबी की हालिया रिपोर्ट को लेकर सियासी प्रलाप करने के बजाय कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू प्रदेश की क़ानून-व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा संबंधी बदइंतज़ामी को दूर करने में अपनी ऊर्जा लगाते तो प्रदेश में यूं संगठित अपराधों का सिलसिला नहीं चलता.

नेताम ने कहा कि ज़मीन, शराब, रेत और कोल माफ़ियाओं को अपने निहित स्वार्थों के लिए सरकार के नुमाइंदे राजनीतिक संरक्षण और प्रश्रय दे रहे हैं और यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में अब संगठित अपराध बढ़ रहे हैं. बिलासपुर में हाल ही एक डॉक्टर के अपहरण और इससे पहले हुईं अपहरण की वारदातों समेत तमाम अपराधों पर नज़र डाली जाए तो यह साफ़ हो जाता है कि प्रदेश में नारकोटिक्स ज़िहाद अपने चरम पर है.

खुलेआम हत्या, दुष्कर्म, अपहरण, लूट, डकैती जैसी वारदातों को अंजाम देकर आपराधिक तत्व प्रदेश में ज़ंगलराज क़ायम करने पर आमादा हैं. राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने ने कहा कि अनेक अपराधों में कांग्रेस नेताओं, के क़रीबियों की संलिप्तता के जगज़ाहिर होने के बावज़ूद कोई कड़ी कार्रवाई शासन व पार्टी के स्तर पर नहीं होने के कारण अब अपराधी बेख़ौफ़ होकर प्रदेश सरकार को अपनी ‘संरक्षक सरकार’ मानकर अपराधों को अंजाम देने पर तुले हैं.

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